बेगूसराय : दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने केजरीवाल को घोटालेवाज बताते हुए उनकी पार्टी की हार को लेकर भी बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल हार मान चुके हैं इसीलिए वो कुछ भी अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि पूर्वांचली लोग और हिंदू समाज के लेगा इनसे बदला लेकर रहेंगे। वहीँ, बिहार में बीजेपी द्वारा सीएम नीतीश कुमार को मेडिकली अनफिट करवाने की बात पर चुप्पी साध लिए।
घोटालों के बादशाह केजरीवाल
दरअसल, आज यानी कि 23 जनवरी गुरुवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में लोगों से मुलाकात करने पहुंचे थे इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में 11 साल से काम कर रही है। जब से केजरीवाल मुख्यमंत्री बने घोटाले पर घोटाला हो रहा है। दवा का घोटाला, सीएजी में घोटाला, शराब घोटाला, शिक्षा घोटाला और जनता के सामने जो वादा किया उसका भी घोटाला कर गए। यानी कि केजरीवाल घोटालों के बादशाह बने हुए हैं। इसी कारण से वो फ्रस्ट्रेशन में आ गए हैं। और कुछ भी बयान दे-दे रहे हैं।
हिन्दू और पूर्वांचली लेगा बदला
आगे उन्होंने कहा कि फ्रस्ट्रेशन में इसलिए कह रहा हूं कि केजरीवाल जिस तरह की भाषा बोल रहे हैं, कभी बिहारी, कभी झारखंड, कभी यूपी के लोगों को, पूर्वांचलियों को गाली देते हैं। कभी हिंदुओं के ऊपर प्रहार कर रहे हैं। ये वोट लेने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।” मगर केजरीवाल जी को पता है कि ये हार रहे हैं, इसीलिए वो कुछ भी अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। वैसे इन्होने जो पूर्वांचली लोगों को बोलै है और जिस तरह से भगवान राम और माता सीता को अपमानित किया है। उसका इस (केजरीवाल) नकली पॉलिटिकल हिंदू से पूर्वांचली और हिन्दू भाई बदला लेगा।
सीएम नीतीश कुमार पर चुप्पी
वहीँ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा द्वारा मेडिकली अनफिट करवाने की चाह के सवाल पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कुछ भी कहने से चुप्पी साध लेना बेहतर समझा। मालूम हो कि बिहार में 2025 में विधान सभा चुनाव होना है, इसको लेकर हर पॉर्टी के द्वारा अभी से ही अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनाने की चाहत लिए लगातार यात्रा कर के जनता को बड़े-बड़े सौगात दे रहे हैं। भाजपा भी उन्हों रिझाने के लिए दिल्ली विधान सभा चुनाव में एक सीट दी है। बाबजूद नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने मणिपुर में भाजपा से समर्थन वापस ले लिए मतलब साफ़ है कि कुछ न कुछ राजनीतिक खिचड़ी पक रही है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नीतीश कुमार प्रेसर पोलटिक्स कर के कुर्सी नहीं छोड़ना चाह रहे हैं।