नवादा : जिले में पुलिस के अजब-गजब कारनामे का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। भले ही पुलिस अधीक्षक द्वारा सबूतों की उपलब्धता के बावजूद जांच के नाम पर खानापूर्ति कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा हो। पूर्व के लकड़ी कटाई समेत शराब मामले का आडियो -वीडीओ पर तो चुप्पी साध रखी ही मृत को गवाह बनाने के मामले की जांच आरंभ नहीं की गयी। सारे के सारे दस्तावेज उपलब्ध हैं।
ताज़ा मामला फिर उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित परनाडाबर थाना से जुड़ा है। जमानतीय धारा में जमानत देने के एवज अनुसंधानकर्ता अनिल गोविन्द सिंह द्वारा नाजायज राशि वसूली का आडियो -वीडीओ सोशल मीडिया पर धमाल मचा रहा है। वैसे मैं अपनी ओर आडियो -वीडीओ की पुष्टि नहीं करता।
अब जब एकबार फिर से नाजायज राशि वसूली का आडियो -वीडीओ उपलब्ध करायी जा रही है तो पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी बनती है कि वे मामले की जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करें। ऐसा नहीं हुआ तो एकबार फिर पुलिस से लोगों का मोहभंग होगा और पुलिस से न्याय की उम्मीद समाप्त हो जायेगी।
भईया जी की रिपोर्ट