नवादा : नगर में डॉ. के पी सिंह ने एक अनूठी पहल शुरू की है। यहां अब अजान के साथ-साथ गायत्री मंत्र भी सुनाई देगा। यह पहल सामाजिक सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने के लिए की गई है। इसका उद्देश्य लोगों को एक-दूसरे के धर्म और संस्कृति का सम्मान करना सिखाना है। पहल की शुरुआत डॉ. सिंह के घर से हुई है। उन्होंने अपने घर पर चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया था, जहां उन्होंने यह घोषणा की।
गायत्री मंत्र का गायन
डॉ. केपी सिंह, मूल अतिपिछड़ा बुद्धिजीवी मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इस भोज में शहर के सैकड़ों गणमान्य लोग शामिल हुए। सभी ने चूड़ा, दही और तिलकुट का आनंद लिया। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने हिंदू संस्कृति से जुड़ा एक विचार रखा। डॉ. सिंह ने कहा कि मैंने एक फैसला लिया है। मैं रोज सुबह 5 बजे गायत्री मंत्र का उच्चारण करूंगा। उपस्थित लोगों ने उनके इस विचार की सराहना की और समर्थन दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि गायत्री मंत्र रिकॉर्ड नहीं, बल्कि खुद बोला जाएगा।
अजान और गायत्री मंत्र
डॉ. सिंह ने आगे कहा कि जैसे मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह अजान देकर अल्लाह की इबादत करते हैं, वैसे ही हिंदू धर्म के लोग भी सुबह गायत्री मंत्र का जाप करके ईश्वर की आराधना कर सकते हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। डॉ. सिंह ने इस पहल के माध्यम से धार्मिक सद्भावना का संदेश दिया है। वे चाहते हैं कि सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे के धार्मिक रीति-रिवाजों का सम्मान करें। गायत्री मंत्र और अजान, दोनों ही ईश्वर की आराधना के तरीके हैं। दोनों का उद्देश्य मन को शांत करना और सकारात्मकता फैलाना है।
लोगों ने किया समर्थन
इस आयोजन में अनवर भट्ट, जहूर अनवर, मिलन सिंह चंद्रवंशी, रवि चंद्रवंशी, संजय कुमार, कमलेश सैनी, प्रमोद सिंह, उपेंद्र वर्मा, सुनील पंडित, अरविंद अदरक और अनिल मंडल समेत कई लोग मौजूद थे। डॉ. सिंह की इस पहल को स्थानीय लोगों का अच्छा समर्थन मिल रहा है। लोगों का मानना है कि इससे समाज में भाईचारा बढ़ेगा। डॉ. सिंह का मानना है कि धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है। किसी भी धर्म के रीति-रिवाजों का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। बल्कि हमें एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए। यही सच्ची धर्मनिरपेक्षता है।
भईया जी की रिपोर्ट