डीआरआई ने बिहार के मधुबनी जिले में नेपाल बॉर्डर पर 80 लाख रुपये के इंसानी बाल जब्त किए हैं। इस दौरान तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार ये बाल चीन भेजे जा रहे थे। बाल दक्षिण भारत के तिरुपति और इस जैसे अन्य धार्मिक स्थलों से इकट्ठा किए गए थे। इनसे विग बनाए जाने थे। मधुबनी जिले के मधवापुर बॉर्डर पर डीआरआई की टीम ने शक होने पर एक ट्रक को रोका और उसकी तलाशी ली तो उससे 1680 किलोग्राम बाल बरामद हुए।
इस जब्ती को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। जब्त किये गए बालों की कीमत लगभग 80 लाख रुपये आंकी गई है। ये बाल भारत से नेपाल के रास्ते चीन तस्करी किए जा रहे थे। वहां इनसे विग बनाने की योजना थी। ये बाल इंसानी सिर के थे। पुष्पा फिल्म की तर्ज पर इन बालों को ट्रक में तहखाना बना कर छिपाया गया था। बरामद किए गए बालों का वजन 1680 किलोग्राम है। ये बाल तिरुपति जैसे धार्मिक स्थलों से इकट्ठा किए गए थे जहां श्रद्धालु अपने सिर के बाल दान करते हैं। दरअसल भारत से इंसानी बालों की तस्करी एक बड़ा कारोबार काफी पहले से हो रहा है क्योंकि पूर्व में भी कई राज्यों में बालों की जब्ती की गई है। इसमें कई लोग शामिल हैं और यह बहुत ही संगठित तरीके से चलाया जाता है।
ट्रक ड्राइवर से पूछताछ में हुए खुलासे के अनुसार तस्कर इन बालों को इकट्ठा करके चीन भेजते हैं, जहां इनकी काफी मांग है। चीनी बाजार में भारतीय बालों से बने विग की अच्छी कीमत मिलती है। क्योंकि ये विग मजबूत और टिकाऊ होते हैं। यही कारण है कि तस्कर मुनाफा कमाने के लिए इन बालों की तस्करी करते हैं। डीआरआई को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ तस्कर बंगाल और बिहार से इंसानी बाल चीन ले जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर डीआरआई ने मधुबनी जिले के मधवापुर बॉर्डर पर नाकाबंदी की। नाकेबंदी के क्रम में एक ट्रक की तलाशी के दौरान तहखाने में छिपाकर रखे गए ये बाल बरामद हुए। इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे पूछताछ जारी है।