-दो जनवरी की सुबह नप के सिमरी बीघा ढिमरापर मुहल्ले में घटी थी घटना
नवादा : जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद क्षेत्र अन्तर्गत सिमरी बिगहा के ढिमरापर दो जनवरी को घटित मारपीट की घटना में जख्मी युवक की मौत इलाज के दौरान पटना में हो गई। शव गांव पहुंचते ही आक्रोशित परिजनों तथा ग्रामीणों ने शव को एसएच-83 वारिसलीगंज बाईपास स्थित आरओबी के समक्ष सड़क पर रखकर आवागमन अवरुद्ध कर दिया। सड़क जाम कर रहे लोगों ने मृतक के आश्रित को उचित मुआवजा के अलावा पुलिस अधीक्षक को जाम स्थल पर आने की मांग पर अड़े थे।
जानकारी के अनुसार 2 जनवरी की सुबह भैंस का दूध निकाल रहे सिमरी बिगहा के टोला ढिमरापर ग्रामीण स्व परमेश्वर यादव का 40 वर्षीय पुत्र सुनील यादव को गांव के ही कुछ युवाकों द्वारा मारपीट कर जख्मी कर दिया गया था। जख्मी को इलाज के लिए स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार बाद विम्स पावापुरी रेफर कर दिया था। लेकिल जख्मी की स्थिति गंभीर देखते हुए स्वजनों ने बेहतर इलाज के लिए पटना के निजी नर्सिंग होम में भर्ती करवाया था, जहां इलाज के क्रम में युवक की मौत हो गई।
इस बीच 3 जनवरी को जख्मी की पत्नी नीलम देवी के आवेदन पर मुहल्ले के 8 लोगों विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। दूसरे पक्ष के लोगों ने घटना के दिन ही मृतक सुनील समेत चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाया था। मृतक सुनील का शव गांव लाया गया, शव पहुंचने के उपरांत मुहल्ले के युवकों ने शव को सड़क पर रखकर उचित मुआवजा की मांग करते हुए जाम स्थल पर पुलिस अधीक्षक के आने की मांग पर अड़े थे। मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह, विधायक प्रतिनिधि शैलेंद्र सिंह तथा भाजपा नेता संजय कुमार मंगल समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि के अलावा सीओ, बीडीओ एवं पुलिस अधिकारी शस्त्र बलों ने सड़क जाम कर रहे लोगों को समझाने-बुझाने में जुटे थे।
केकरा भरोसे हम जियवौ हो रजवा, के हमर बेटवा के पढ़ावत हो रजवा का विलाप से माहौल हुआ गमगीन:- वारिसलीगंज नगर परिषद के वार्ड संख्या-15 स्थित सिमरी बिगहा के ढिमरापर मुहल्ला निवासी 40 वर्षीय सुनील यादव की मौत से आहत पत्नी नीलम देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। पति की मौत बाद अपने छोटे-छोटे बच्चों के भरण पोषण एवं पढ़ाई-लिखाई को लेकर चिंतित महिला पति के शव से लिपट कर विलाप कर रही थी।
अब हमर बेटवा के पालन-पोषण के करतय हो रजवा, हमर जिंदगिया कइसे कटतै हो रजवा, विधवा बनी नीलम के आदि-आदि विलाप सुनकर हर व्यक्ति के आंख से आंसू बह रहा था। स्वजनों ने बताया कि परमेश्वर यादव को पांच बेटी के बाद एक मात्र पुत्र सुनील हुआ था, जो खेती-बारी कर अपने परिवार का भरण-पोषण किया करता था। सुनील को तीन नावालिग पुत्र एवं तीन वर्ष की एक पुत्री है।
ग्रामीणों के अनुसार सुनील काफी नेकदिल इंसान था। नए वर्ष आगमन का जश्न मनाने के क्रम में गांव के कुछ युवक आपस में उलझ रहे थे, जिसे छुड़ाने गए सुनील से कुछ युवक उलझ गए। बाद में ग्रामीणों के द्वारा झगड़ा शांत करवा दिया गया था, परंतु दो जनवरी की अहले सुबह भैस दुह रहे सुनील को टारगेट कर बुरी तरह से पिटाई कर जख्मी कर दिया, जिसकी इलाज के क्रम में पटना के प्राइवेट नर्सिंग होम में मौत हो गई।
भईया जी की रिपोर्ट