नवादा : नववर्ष का जश्न मनाने के लिए जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली फुुलवरिया डैम आसपास के लोगों के लिए सबसे बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है। नवादा के अलावा आसपास के क्षेत्रों से सैलानी आकर जश्न मनाने के साथ-साथ नौकायान आदि का लुफ्त उठाते हैं। यहां पहुंचकर लोगों का पिकनिक का जश्न दुगुना हो जाता है। प्रकृति की गोद में बसे इस जगह की खासियत ऐसी है कि लोग जबरन ही खिंचे चले आते हैं। डैम का नजारा काफी सुंदर दिखता है। डैम के तीनों ओर श्रृंगी ऋषि पहाड़ रहने के कारण इस डैम का सौंदर्य काफी बढ़ जाता है, जिससे लोग नए साल पर पिकनिक मनाने को लेकर खींचे चले आते हैं।
पूरे अनुमंडल क्षेत्र में रजौली फुलवरिया डैम ही एक ऐसा स्पॉट है, जो प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत है, जिसे देखने के लिए आस पास के लोग हीं नहीं दूर-दूर से लोग यहां के सौंदर्य, रमणीक वातावरण एवं डैम में चलने वाले नाव का मजा लेने को देखकर लोग बरबस इस स्थान पर आते हैं। ज्ञात हो कि यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमाार जल-जीवन हरियाली यात्रा के दौरान आए थे और इसे पिकनिक स्पॉट बनाने को लेकर चर्चा किया था।
मुख्यमंत्री के बाद बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने भी रजौली के हरदिया पहुंचकर फुलवरिया डैम का जायजा लिया था। हरदिया डैम पहुंचने पर उन्होंने डैम की भव्यता को देखकर कहा था कि यहां पर पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, इससे बेहतर रमणीक जगह जिले में और कहीं नहीं है। चारों तरफ से घिरे पहाड़ के बीच में इतना विशाल और भव्य डैम वाकई प्रकृति के सौंदर्य को बढ़ाने में चार चांद लगा रहा है।
उन्होंने कहा था पर्यटन स्थल के रूप में विकास किए जाने के बाद राज्य व इसके बाहर के क्षेत्रों से हजारों पर्यटक यहां पर घूमने पहुंचेंगे, जो डैम व पहाड़ों के बीच के मनोरम दृश्यों का लुत्फ उठाएंगे, जिससे रजौली प्रखंड के साथ-साथ रजौली अनुमंडल विकास के पथ पर अग्रसर होगा। हालांकि, उस वक्त मंत्री ने पर्यटन स्थल के रूप में इसे विकसित करने के लिए नवादा के तत्कालीन डीएम आषुतोष कुमार वर्मा को इससे संबंधित प्रस्ताव विभाग को भेजे जाने का निर्देश दिया था।
मंत्री के दौरा करने पर रजौली के लोगों में आश जगी थी कि आज नहीं तो कल फुलवरिया डैम को पर्यटक के रूप में विकसित किया जाएगा। लेकिन, उनके आगमन के लगभग एक वर्ष के बाद भी लोग डैम का सौंदर्यीकरण होने की आश लगाये हुए हैं। लोग कहते हैं कि सौंदर्यीकरण के बाद सैलानियों का आवागमन बढ़ जाता एवं क्षेत्र के लोगों को व्यवसाय करनेे का मौका मिलता। जबकि, डैैैैम पर प्रत्येक वर्ष दूर-दूर से सैलानी अपने परिवार के साथ नववर्ष का जश्न मनाने आते हैं, साथ ही साथ खुद अपने हाथों से तरह-तरह का व्यंजन बनाकर पिकनिक का मजा लेते हैं।
डैम के तीन तरफ पहाड़ है, जिसमें दो तरफ आबादी बसी हुई है, ऐसे तो लोग प्रत्येक दिन यहां आते हैं, क्योंकि इस डैम में बहुउद्देशीय जल ग्रामीण योजना के तहत पानी टंकी बनाया गया है, साथ ही साथ रोजाना यहां पर मल्लाह के द्वारा मछली मारने का भी कार्य किया जाता है, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये राजस्व के रूप में भी मिल रहा है। नए साल पर काफी लोग यहां पिकनिक का मजा लेने पहुंचते हैं। इस दौरान पुलिस भी काफी चुस्त-दुरुस्त रहती है। पर्यटन स्थल बनाये जाने से रोजगार सृजन के साथ-साथ गैरकानूनी गतिविधियों पर लगेगी लगाम।
रजौली अनुमंडल क्षेत्र के हरदिया स्थित फुलवरिया डैम के पर्यटन स्थल बनाये जाने से आसपास के लोगों के लिए बहुत सारे रोजगार का सृजन हो सकता है। वर्तमान जिलाधिकारी रवि प्रकाश भी डैम का निरीक्षण कर इसे पर्यटन स्थल बनाये जाने की पहल कर रहे हैं। आसपास के ग्रामीण बीते कई वर्षाे से मगध आयुक्त, डीएम व मंत्री के दौरे के बाद फुलवरिया डैम को पर्यटक स्थल बनाये जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं, परंतु अबतक फुलवरिया डैम को पर्यटक स्थल बनाये जाने को लेकर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे रोजगार की तलाश में जुटे ग्रामीण निराश हो रहे हैं।
नववर्ष, मकर संक्रांति, बसंत पंचमी तथा रक्षा बंधन को छोड़कर फुलवरिया डैम एकदम वीरान रहता है और इसका फायदा शराब माफिया उठाते हैं। आये दिन स्थानीय थाना पुलिस एवं उत्पाद पुलिस द्वारा शराब तथा शराब धंधेबाजों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है, इसको लेकर यह कहना कतई गलत नहीं होगा कि फुलवरिया डैम में पसरे सन्नाटे का शराब धंधेबाज भरपूर फायदा उठा रहे हैं। यदि फुलवरिया डैम को पर्यटक स्थल बनाया जाता है, तो शराब धंधेबाजों की सक्रियता पर बहुत हद तक लगाम लगाया जा सकता है।
भईया जी की रिपोर्ट