राजधानी पटना से सटे बिहटा में एक लंबे गैप के बाद तेंदुआ फिर सामने आ गया है। तेंदुए के खौफ के कारण करीब—करीब दो माह से वायुसेना परिसर क्षेत्र स्थित केंद्रीय स्कूल को बंद किया गया था। इसे हाल में फिर से खोला गया था। लेकिन स्कूल खुलने के एक—दो दिन के भीतर ही एक बार फिर तेंदुआ स्कूल परिसर के आसपास देखा गया है। स्कूल से सटे जंगल में तेंदुआ और एक जंगली सुअर चहलकदमी करते हुए यहां लगे सीसीटीवी कैमरे की नजर में रिकार्ड हए हैं।नतीजतन केंद्रीय विद्यालय को फिर से बंद कर दिया गया है जिससे इसमें पढ़ने वाले 1100 से ज्यादा बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया है।
जानकारी के अनुसार आज से करीब 55 दिन पहले 25 अकटूबर को पहली बार वायु सेना परिसर में तेंदुआ देखा गया था। तब स्कूल को बंद कर दिया गया था। मामला शांत होने पर अब एक दिन के लिए स्कूल खुला ही था कि फिर से तेंदुआ देखा गया है। इसके बाद आनन-फानन में फिर से विद्यालय बंद करना पड़ा। विद्यालय बंद होने से बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों की परेशानी भी बढ़ती जा रही है। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी सिर पर हैं। फिलहाल इस स्कूल के बच्चों की ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था की गई है। लोकल लोगों ने कहा कि तेंदुए के साथ ही इलाके में जंगली सुअर को भी देखा गया है। पहले से तेंदुआ से लोग भयभीत हैं। ऊपर से अब सुअर के कारण भी परेशानी बढ़ गई है।
वायुसेना परिसर से सटे गांव के लोगों का कहना है कि कोरोना काल में ही पहली बार इस इलाके में तेंदुआ देखा गया। इसके बाद हर 2—तीन माह के अंतराल पर इसकी मौजूदगी सामने आती रही है। इसबार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। वन विभाग और पुलिस से भी बार—बार शिकायत की गई। लेकिन अभी तक तेंदुआ नहीं पकड़ा जा सका है। मालूम हो कि तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने यहां तीन पिंजरे लगाए। लेकिन तेंदुआ आज तक पकड़ा नहीं जा सका है। हालांकि कैमरे में देखा गया कि दो बार तेंदुआ पिंजरे के बहुत पास तक पहुंचा, लेकिन वह उससे बचने में कामयाब रहा। साफ है कि वन विभाग को इसे काबू करने के लिए कोई दूसरी तरकीब लगानी होगी। पटना के डीएफओ ने इस संबंध में कहा है कि उनकी टीम तेंदुआ को पकड़ने में लगी है। वह फिर दिखा है। हम पिंजरों की संख्या बढाने पर विचार कर रहे हैं। जल्द ही तेंदुआ को पकड़ लिया जाएगा।