पटना : सीएम नीतीश ने आगामी 20 दिसंबर को कैबिनेट की बैठक बुलाई है। शाम 4:00 बजे से मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हॉल में यह बैठक होगी। बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़े कई अहम प्रस्तावों पर सरकार की मुहर लगने की संभावना है। कैबिनेट की बैठक पर नौकरी का इंतजार कर रहे लोगों की खास नजर होती है। सवाल है कि क्या सीएम नीतीश विधानसभा चुनाव से पहले 12 लाख लोगों को नौकरी देने के वादे को पूरा कर सकेंगे? कारण कि नीतीश कुमार इसका एलान बहुत पहले कर चुके हैं।
दरअसल, सीएम नीतीश की अध्यक्षता में शुक्रवार को कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई गई है। बैठक में विभिन्न विभागों के मंत्री मौजूद रहेंगे। इससे पहले बीते तीन दिसंबर को कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 33 एजेंडों पर कैबिनेट की मुहर लगी थी। जमीन सर्वे की अवधि को 6 महीना के लिए बढ़ा दिया गया था। डबल इंजन सरकार ने सेल्फ डेक्लियशन के लिए मिला 180 कार्य दिवस, रैयत का दावा करने के लिए 60 कार्य दिवस और दावे के निपटारा के लिए 60 कार्य दिवस का समय देने का फैसला लिया था। जिसके बाद यह साफ हो गया था कि विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में जमीन सर्वे के काम को पूरा नहीं होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से कैबिनेट की बैठक बुलाई है और यह कैबिनेट की बैठक साल की आखिरी या सेकेंड लास्ट मीटिंग हो सकता है। अगले साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में नौकरी का इंतजार कर रहे राज्य के युवा वर्ग की नजर सरकार के फैसलों पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा पहले ही एलान कर चुके हैं। ऐसे में नौकरी की आस लगाए युवा सरकार की तरफ टकटकी लगाए बैठे हैं कि कैबिनेट की बैठक में नौकरी को लेकर सरकार फैसला ले सकती है।