तेजस्वी यादव ने हाल में ऐलान किया कि अगर 2025 में उनकी सरकार बनी तो बिहार की महिलाओं के लिए ‘माई—बहिन मान’ योजना लागू करेंगे जिसके तहत राज्य की महिलाओं को हर माह 2500 रुपए मिलेंगे। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की मईंया सम्मान की तर्ज पर तेजस्वी के इस ऐलान के बाद एनडीए ने उनपर तीखे वार किये। लेकिन इस ऐलान को लेकर तेजस्वी पर सबसे बड़ा हमला उनकी ही पार्टी राजद की बागी विधायक संगीता कुमारी ने किया। विधायक संगीता कुमारी ने कहा कि पहले तेजस्वी अपने घर की बहू ऐश्वर्या को तो मान और सम्मान दें, फिर वे राज्य की महिलाओं की बात करें। संगीता यादव कैमूर में मोहनिया सीट से राजद विधायक हैं।
2500 के झांसे में नहीं फंसेंगी बहन-बेटियां
विधायक संगीता कुमारी ने कहा कि इस झांसे में हमारी मां, बहन, बेटियां नहीं फंसेंगी। राज्य की बहन—बेटियों ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान खटाखट और फटाफट का नतीजा देखा था। संगीता कुमारी ने कहा ने कहा कि अगर महिलाओं के सम्मान का उनको इतना ही ख्याल रहता तो अपने घर में ही बड़े भाई तेजप्रताप यादव की बहू को सम्मान देकर दिखाए होते। राजद की बागी विधायक संगीता कुमारी मोहनिया में एक कार्यक्रम में पहुंची थीं। विधायक संगीता ने यह भी कहा कि 2025 में तेजस्वी द्वारा दूर-दूर तक सरकार बनाने का कोई असार नहीं दिखाई दे रहा है। जहां तक महिलाओं को सम्मान देने की बात है तो पूरा राज्य देख चुका है कि कैसे उनके घर की बहू को आधी रात को घर से बाहर भगाया गया। यह सारा वाकया मीडिया के जमावड़े के सामने हुआ था।
तेजस्वी पर विधायक संगीता का तंज
मोहनिया की विधायक संगीता ने कहा कि मेरा यह मानना है कि लालू—तेजस्वी के घर की एक महिला अपने अधिकार और सम्मान की लड़ाई लड़ रही है। पहले उसको सम्मान दिया जाए। उसके बाद बिहार में महिलाओं को सम्मान देने की बात तेजस्वी यादव द्वारा की जाए। जिस तरह से लोकसभा चुनाव में तेजस्वी द्वारा खटाखट और फटाफट की बात की गई, अब यहां की बहनें उस झांसे में नहीं आयेंगी। उस समय कहा गया कि आधी आबादी को महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा और आपके अकाउंट में खटाखट पैसे आएंगे। लेकिन जब चुनाव बीता, महिलाएं बैंक के सामने लंबी कतार में खड़ी रही, परंतु उन्हें एक धेला तक नहीं मिला।