गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर पूर्णिया सांंसद पप्पू यादव को पिछले कुछ महीनों से लगातार धमकी मिलने का सारा राज आज पुलिस ने खोल दिया। जो बात निकलकर सामने आई उसके बाद इस सारे मामले में खुद सांसद पप्पू यादव की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। बीते दिन आरा में निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को वीडियो मैसेज पर पांच-छह दिन जिंदा रहने का अल्टीमेटम देने वाले जिस शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसने पूछताछ में कई सारे राज खोले हैं। पता चला है कि गिरफ्तार शख्स रामबाबू खुद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी का पुराना समर्थक रहा है। यह सारी बात कोई और नहीं, बल्कि पुलिस बता रही है।
सांसद की पुरानी पार्टी का नेता निकला राम बाबू
वीडियो भेजने वाले शख्स तक पूर्णिया पुलिस आईटी-इंटेलिजेंस के जरिये लोकेशन ट्रैक कर पहुंची। गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस टीम के सामने खुलासा किया है कि इस पूरे कांड के लिए उसे दो लाख रुपए मिलने थे। क्यों? इसका जवाब उसने यह दिया कि- ताकि सांसद की सुरक्षा बढ़ाई जा सके। पूर्णिया एसपी कार्तिकेश शर्मा ने आज मंगलवार की दोपहर को बताया कि सांसद पप्पू यादव को वीडियो भेजकर जान से मारने की धमकी देने वाले रामबाबू राय ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पूछताछ के दौरान रामबाबू राय ने बताया कि वह आरा में निर्दलीय सांसद की पुरानी पार्टी (जाप) का नेता भी है। सांसद की सुरक्षा बढ़ाने के लिए ऐसा किया गया था। सांसद के समर्थकों ने राम बाबू से कॉन्टैक्ट कर सांसद को धमकी देने वाला वीडियो बनवाया था।
ऐसा करने के बदले रामबाबू को दो लाख मिलते
पूर्णिया एसपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में राम बाबू ने बताया महीने भर पहले सांसद के करीबी समर्थक ने कॉल कर धमकी भरा वीडियो बनाने को कहा था और बताया था कि सांसद को ‘जेड’ सिक्योरिटी की सुरक्षा दिलानी है। इसलिए ऐसा करना जरूरी है। इसके बदले उसे दो लाख रुपए मिलने थे। पार्टी में बड़ा पद देने की जिम्मेदारी भी दी गई थी। एडवांस के रूप में उसे दो हजार रुपये भी दिए गए थे। उसने दो वीडियो बनाया गया था। एक वीडियो इशारा मिलते ही सांसद के नंबर पर भेजा था। हमलोग इन आरोपों की भी जांच कर रहे हैं। जांच में यह भी पता चला कि वीडियो एक महीना पहले बनाया गया। रामबाबू का लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से कोई संबंध नहीं है।