मुजफ्फरपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक राजस्व कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार में जमीन सर्वे में जमीन के म्यूटेशन को लेकर स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने बड़ी कार्रवाई के तहत मुजफ्फरपुर के कुढ़नी ब्लॉक के राजस्व कर्मचारी जसपाल कुमार को बीस हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
कुढ़नी में निगरानी टीम की बड़ी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि जसपाल कुमार की गिरफ्तारी के बाद उससे विशेष निगरानी यूनिट की टीम ने पूछताछ की। इसके बाद पूछताछ में मिली सूचना के आधार पर निगरानी की टीम ने कुढ़नी ब्लॉक के अंचल अधिकारी (CO) के आवास पर भी छापेमारी शुरू कर दी। सूचना के अनुसार राजस्व कर्मचारी जसपाल कुमार की गिरफ्तारी के बाद अंचल अधिकारी अनिल कुमार संतोषी के आवास पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट अभी भी रेड कर रही है। वहीं गिरफ्तार क्लर्क के आवास पर और कार्यालय में भी छापेमारी शुरू हो गई है। स्पेशल विजलेंस यूनिट (SVU) की इस बड़ी कार्रवाई के कुढ़नी ब्लॉक में हड़कंप मच गया है।
राजस्व कर्मचारी और सीओ की शिकायत
दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी के रहने वाले नवीन कुमार चौधरी ने जमीन के दाखिल खारीज के लिए आवेदन दिया था। इस काम को करने के एवज में कुढ़नी प्रखण्ड के अमरख पंचायत के राजस्व कर्मचारी जसपाल कुमार उनसे पैसों की डिमांड कर रहा था। परेशान होकर नवीन चौधरी ने राजस्व कर्मचारी और सीओ के खिलाफ निगरानी ब्यूरो में इसकी शिकायत की थी।
सीओ के खिलाफ भी मामला दर्ज
विशेष निगरानी इकाई ने जांच में आरोप को सही पाया और पटना से स्पेशल विजिलेंस की टीम मुजफ्फरपुर पहुंच गई। ट्रैप बिछाकर आरोपी राजस्व कर्मचारी जसपाल कुमार को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया और उसे अपने साथ पटना ले गई है। इस मामले में विशेष निगरानी इकाई ने सीओ अनिल कुमार संतोषी के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। गिरफ्तार कर्मी को पटना के निगरानी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बता दें कि हाल ही में बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने सदन की कार्यवाही के दौरान कहा था कि बिहार में जमीन से जुड़े कार्यों में गड़बड़ी करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। जमीन से जुड़े कार्यों में गलत काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मंत्री दिलीप जायसवाल ने यहां तक कह दिया था कि अधिकारी खुद सुधार जाएं नहीं तो हम सुधार देंगे। वहीं मंत्री के बयान के बाद अब कार्रवाई का दौर शुरू हो गया।