यूपी के संभल में अभी बवाल थमा भी नहीं कि अब एटा में एक नया मामला सामने आ गया जिसमें हिसंक झड़प के बाद भारी तनाव पसरा हुआ है। यहां एटा के जलेसर कस्बे में एक दरगाह के पास निजी जमीन पर निर्माण हो रहा था। इस दौरान कुछ लोगों ने इसका विरोध कर दिया। उन्होंने दावा कि यह वक्फ बोर्ड की संपत्ति है। इस पर विवाद काफी बढ़ गया और दोनों गुट आपस में भिड़ गए। इस घटना में कई लोग घायल हो गए और संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा।घटना के बाद पूरे इलाके में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। पुलिस ने मामले में 150 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
भीड़ ने किया पथराव, हत्या की कोशिश, तोड़फोड़
जानकारी के अनुसार एटा के जलेसर कस्बे में वक्फ दरगाह के निकट ही नकटा कुआं मोहल्ले के रहने वाले अनिल कुमार उपाध्याय, राजेश, रमेश चंद्र आदि की पैतृक जमीन है। वे अपनी ही जमीन के चारों तरफ बाउंड्री बनाकर उसे सुरक्षित कर रहे थे। इसी दौरान माहौल बिगाड़ने की नीयत से अग्रयान मोहल्ले का रहना वाला रफीक कई लोगों के साथ वहां आ धमका। उसने अनिल उपाध्याय की जमीन को वक्फ बोर्ड की जमीन बताकर उनकी बाउंड्री को गिरा दिया। साथ ही उन्होंने अनिल उपाध्याय का गला दबाकर हत्या करने की कोशिश भी की। इसके बाद हमलावर भीड़ ने वहां दर्जनभर से अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ की और पत्थरबाजी करके कई लोगों को घायल कर दिया।
दो उपद्रवी गिरफ्तार, 150 पर मुकदमा दर्ज
इस मामले में पुलिस ने रफीक और फरमान को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा 16 नामजद कट्टरपंथियों के साथ ही 150 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बवाल की सूचना मिलने पर एसएसपी श्याम नारायण सिंह और एएसपी राजकुमार सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। एसडीएम विपिन कुमार मोरल ने कहा कि विवादित भूमि निजी पैतृक संपत्ति है, जिसकी पुष्टि राजस्व अभिलेखों से की जा रही है। इस बीच तहसीलदार ने भी राजस्व की जांच करके बताया कि ये जमीन तो निजी स्वामित्व की है। मुस्लिम पक्ष बेवजह अशांति फैलाने की कोशिशें कर रहा है।
एटा हिंसा के बाद तनाव, भारी डिप्लॉयमेंट
इस मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपी रफीक और फरमान उर्फ बंटी को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही रफीक सहित 16 अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। आरोप है कि एक आरोपी ने शिकायतकर्ता का गला घोंटने की कोशिश की थी। सीओ नीतीश गर्ग ने कहा कि पथराव और तोड़फोड़ में शामिल लोगों की पहचान वायरल वीडियो के जरिए की जा रही है। सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थिति नियंत्रण में है और शांति बहाल हो गई है।