राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े पुत्र और हसनपुर से आरजेडी विधायक तेज प्रताप यादव को धमकाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने राजधानी पटना के सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।पुलिस को दिये अपने शिकायत पत्र में तेजप्रताप ने भागलपुर के किसी डॉक्टर आर्यन यादव नाम के एक शख्स पर उन्हें मानसिक प्रताड़ना, सोशल मीडिया पर बदनामी और फोन पर धमकी देने का आरोप लगाया है। तेजप्रताप ने पुलिस को बताया कि आर्यन खुद को डॉक्टर बताता है और उन्हें धमका रहा है।
इस मामले की जानकारी तेजप्रताप यादव ने भागलपुर के एसपी को भी दी है। सचिवालय थाने की पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी आर्यन यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। तेजप्रताप यादव ने प्राथमिकी में बताया है कि मसाकचक भागलपुर का रहने वाला डॉ आर्यन यादव लगातार भागलपुर में तेजप्रताप के कार्यक्रम की झूठी जानकारी फैलाता है। वह बैनर-पोस्टर लगवाकर लगातार उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रहा है। तेजप्रताप ने बताया कि उनका भागलपुर में किसी भी तरह का कोई कार्यक्रम या प्रोग्राम नहीं है। आर्यन यादव तेजप्रताप के नाम पर फ्रॉड करने का काम कर रहा है। उसने उनके नाम पर कई लोगों से पैसा भी उठा लिया है।
तेजप्रताप ने यह भी बताया कि आर्यन यादव अपराधिक गतिविधि वाला व्यक्ति है जो लोगों के बीच गलत जानकारी फैला रहा है। सचिवालय थाने में तेज प्रताप की ओर से उनके निजी सहायक ने एफआईआर दर्ज कराई। मालूम हो कि तेजप्रताप यादव इस समय समस्तीपुर के हसनपुर विधानसभा सीट से आरजेडी विधायक हैं। वे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री रह चुके हैं। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उनकी शिकायत पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है।