मणिपुर में मैतेई समुदाय के अगवा हुए 6 लोगों के शव मिलने के बाद अचानक एक बार फिर व्यापक हिंसा भड़क उठी। बीती रात हिंसक भीड़ ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, 3 मंत्रियों और 6 विधायकों के आवास पर हमला बोल दिया। उपद्रवियों ने सीएम के आवास में घुसने की कोशिश की जिसके बाद सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे। व्यापक हिंसा और आगजनी के बाद राज्य के पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिरीबाम जिले में छह लापता लोगों के शव मिलने के बाद गुस्साई भीड़ सीएम आवास के पास इकट्ठा हुई थी। इस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। मैतेई समुदाय के जो 6 शव मिले उनमें एक बच्चा और दो महिलाएं शामिल थीं जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ गया।
बंधक बनाए लोगों के शव मिलने के बाद बढ़ा तनाव
जानकारी के अनुसार बच्चे सहित सभी शवों को जिरीबाम में बराक नदी से बरामद किया गया। ये लोग पिछले 6 दिनों से लापता थे। इसके बाद इनके सर्च अभियान के दौरान सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में 10 सशस्त्र कुकी उग्रवादी मारे गए थे। मैतई समुदाय कुकी उग्रवादियों के खिलाफ कुछ निर्णायक कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इन लोगों ने भारत सरकार और मणिपुर की राज्य सरकार को सभी सशस्त्र समूहों के खिलाफ निर्णायक सैन्य कार्रवाई करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
मुख्यमंत्री और 3 मंत्रियों और 6 विधायकों के घरों पर हमला
इसके अलावा मैतेई समुदाय ने राज्य में सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (AFSPA) लागू करने की भी आलोचना की है। सिविल सोसायटी ग्रुप का तर्क है कि सुरक्षा बलों को अधिकार देने वाले इस कानून ने स्थानीय लोगों के बीच अविश्वास और गुस्से को और बढ़ा दिया है। मैतेई समुदाय के हिंसक प्रदर्शनकारियों ने बीती रात मुख्यमंत्री के अलावा राज्य के 3 मंत्रियों और 6 विधायकों के आवासों पर हमला किया। निशाने पर मुख्यमंत्री सिंह के दामाद, बीजेपी विधायक आरके इमो सिंह भी थे। प्रदर्शनकारियों ने विधायक के घर में तोड़फोड़ की और उनकी संपत्ति को आग के हवाले कर दिया। नगर प्रशासन मंत्री वाई खेमचंद और उपभोक्ता मामलों के मंत्री एल सुसिंद्रो सिंह के घरों पर भी इसी तरह के हमले हुए। सुरक्षा बलों ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
गृहमंत्री अचानक दिल्ली लौटे, मणिपुर के पांच जिलों में कर्फ्यू
इधर मणिपुर के बिगड़े हालात की सूचना महाराष्ट्र के चुनावी दौरे पर पहुंचे देश के गृहमंत्री अमित शाह को भी मिली।
उन्होंने तत्काल महाराष्ट्र में अपने आज के सारे कार्यक्रम रद कर दिल्ली की उड़ान पकड़ ली। माना जा रहा है कि दिल्ली में वे AFSPA कानून को मणिपुर में शिथिल करने पर बड़ा निर्णय ले सकते हैं। इसके साथ ही सीआरपीएफ के डीजी को भी मणिपुर में हालात कंट्रोल करने के लिए तत्काल दिल्ली से वहां भेजा गया है। उधर बढ़ती हिंसा के बीच राज्य सरकार ने इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, थौबल और काकचिंग सहित 5 जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया है। अधिकारियों द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष करने के कारण सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं।