बिहार के जमुई में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आदिवासियों के लिए अपना खजाना खोल दिया। उन्होंने इस मौके यहां आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शिरकत करते हुए आदिवासियों के लिए 6640 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने एक तीर से कई निशाने लगाते हुए झारखंड और महाराष्ट्र जैसे चुनावी राज्यों को भी साध लिया। इस मौके पर अपने संबोधन मेें उन्होंने आदिवासी समुदाय के प्रति पूर्व की विपक्षी सरकारों द्वारा बरती गई उपेक्षा पर तंज भी कसा और कहा—“जिनको किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी पूजता है।”
‘जिनको किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी पूजता है’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आदिवासियों ने ही राजकुमार राम को भगवान राम बनाया था। देश की आजादी में आदिवासियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मगर पूर्व की सरकारों ने जनजातीय समुदाय के इतिहास को दबाने का काम किया। अब एनडीए सरकार उनके विकास के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने आदिवासियों के लिए उनके इलाके में ही स्वास्थ्य सुविधा देने की अपनी प्राथमिकता का जिक्र करते हुए कहा कि बीमारियों की जांच के लिए ज्यादा दूर जाना न पड़े, इसके लिए दुर्गम इलाकों में मोबाइल मेडिकल वैन स्थापित किये जा रहे हैं। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में केंद्र सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए तेजी से काम कर रही है। आदिवासी अंचलों में बड़ी संख्या में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। देश भर में जनजातीय आबादी को केंद्रित कर 700 एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जा रहे हैं। आदिवासी क्षेत्रों में खेल सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। आधुनिक खेल मैदान और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स आदिवासी बाहुल्य इलाकों में बनाए जा रहे हैं।
चुनावी राज्यों को साधा, कई योजनाओं का उद्धाटन-शिलान्यास
इस दौरान प्रधानमंत्री ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत की और पीएम-जनमन योजना के तहत बनाए गए 11 हजार जनजातिय आवासों के गृह प्रवेश में भी वर्चुअली हिस्सा लिया। इसी समारोह से प्रधानमंत्री ने देश भर में 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन भी किया।
मुख्यमंत्री नीतीश ने फिर दिलाया भरोसा, अब कहीं नहीं जायेंगे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें भरे मंच से एक बार फिर भरोसा दिलाया कि वह एनडीए छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की वजह से बीच में गलती से वे इधर-उधर चले गए थे। मगर अब बीजेपी का साथ छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। सभा में प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल, मुख्यमंत्री नीतीश, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जुएल ओरांव, जीतनराम मांझी समेत अन्य नेता मौजूद रहे। पीएम मोदी की इस सभा मेें बिहार के अलावा पड़ोसी राज्य झारखंड से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे।