अरवल –फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत रात्री ब्लड नमूना संग्रह के लिए गठित टीम का आज सिविल सर्जन डॉ राय कमलेश्वर नाथ सहाय के अध्यक्षता में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि पिछले वर्ष अंतर्विभागीय समन्वय परस्पर सहयोग से फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत रात्रि ब्लड नमूना संग्रह एवं सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम बहुत ही सफल रहा था।
पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि किसी भी स्वस्थ समाज के निर्माण में स्वस्थ व्यक्ति का रहना बहुत ही आवश्यक होता है । फाइलेरिया जैसी घातक बीमारी के कारण सामान्य जीवित व्यक्ति भी अपाहिज बन जाते हैं और समाज के विकास में इनका योगदान नहीं के बराबर हो जाता है। सिविल सर्जन दवारा सभी लैब टेक्नीशियन और टीम को प्रशिक्षण गम्भीरता पूर्वक लेने के लिए अनुरोध किया गया।
बैठक में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी बैजनाथ प्रसाद के द्वारा जानकारी दी गई कि जिले अंतर्गत सभी प्रखंडों में दो दो साइट का चयन हुआ है जहाँ रात्रि ब्लड संग्रह का कार्य किया जाना है। पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि यह प्रक्रिया रात में 08:30 बजे के बाद किया जाना है एवं चयनित साइट पर 20 वर्ष से ऊपर के 300 व्यक्तियों का नमूना लिया जाना है। कार्यक्रम में डब्ल्यू एच ओ से प्रशिक्षक डॉ अरुण कुमार के द्वारा एनबीएस के महत्व और प्रक्रिया से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम में एनसीडीओं अरविंद कुमार के दवारा नमूना संग्रह से पहले बरती जाने बाली सावधानियों पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला में सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम, लैब टेक्नीशियन ए एन एम, सहयोगी संस्था के रूप में कार्य कर रहे थे। पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि के साथ अन्य उपस्थित रहे।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट