पटना एम्स के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर जानलेवा हमला करवाने के आरोप में राजद नेता एवं विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव के खगौल थानांतर्गत घर पर पुलिस ने ढोल और बाजे के साथ दरवाजे पर इश्तेहार चिपकाया। विधायक रीतलाल के भाई पिंकू यादव पर आरोप है कि उसने पटना एम्स के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर गोलियां चलवाईं थी। इस घटना के बाद से ही वह फरार है और पुलिस उसे जोर—शोर से तलाश रही है। पुलिस ढोल-नगाड़े के साथ उसके घर नोटिस चिपकाने पहुंची थी।
एम्स के चीफ सिक्योरिटी अफसर पर हुआ था हमला
खगौल पुलिस ने बताया कि एम्स सिक्योरिटी ऑफिसर की गाड़ी पर 22 अगस्त 2024 को गोली चलवाई गई थी। इसमें एम्स के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर प्रेमनाथ राय पर उस समय जानलेवा हमला किया गया था जब वे दीघा एलिवेटेड रोड पर अपनी कार में घर से ऑफिस जा रहे थे। इस दौरान अपराधियों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। हालांकि इस हमले में वो बाल-बाल बच गए थे। हमले में दानापुर के RJD विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव का नाम मास्टमाइंड के रूप में सामने आया था। उसके बाद 23 अगस्त को प्रेमनाथ राय ने खगौल थाने में लिखित आवेदन देकर इस घटना की शिकायत दर्ज कराई थी।
एम्स में अपने लोगों को रखवाना चाहता था पिंकू
पुलिस के अनुसार रीतलाल यादव का भाई जबरन अपने लोगों को एम्स की सुरक्षा के लिए गार्ड में बहाली कराना चाहता था। इसके लिए उसने एम्स में फील्ड सिक्योरिटी ऑफिसर गुड्डू यादव, जो कि पिंकू यादव का रिश्तेदार है और सिक्योरिटी गार्ड राजकुमार यादव की मदद ली। इसके लिए उसने 35 अभ्यर्थियों से 60-60 हजार रुपये भी वसूले थे। वसूली की रकम के आधे पैसे पिंकू यादव को रखना था। बाकी के पैसे का बंटवारा होना था। लेकिन एम्स चीफ को पिंकू यादव से परेशानी बढ़ गई थी। इस मामले में दो अपराधी गुड्डू कुमार और राजकुमार यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं राजद के विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव की तलाश जारी है। पुलिस इस सिलसिले में विधायक के आवास भी जांच के लिए गई थी।
पिंकू यादव का अधिकारी को धमकाने वाला ऑडियो
दानापुर एएसपी ने बताया कि एम्स के चीफ सिक्योरिटी अफसर प्रेमनाथ राय पर हमला पिंकू यादव के इशारे पर किया गया था। पिंकू यादव के फोन की रिकार्डिंग भी पुलिस के हाथ लगी है। इसमें वह एम्स के अधिकारी को धमकी देता सुनाई दे रहा है। उस समय दानापुर विधायक रीतलाल यादव ने भरोसा दिलाया था कि अगर उनके छोटे भाई पिंकू यादव का इस कांड में हाथ होगा तो वे खुद उसे पुलिस के हवाले कर देंगे। घटना के तीन महीने बीत जाने के बाद भी पिंकू यादव को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। मामले में खगौल थाना प्रभारी ने बताया कि अगर पिंकू यादव घर पर इश्तेहार चिपकाने के बाद भी यदि एक सप्ताह में सरेंडर नहीं करता है तो उसके घर की कुर्की और जब्ती की कार्रवाई शुरू की जाएगी।