नवादा : हिन्दू धर्म में दीपावली का त्योहार सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इस त्योहार की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। पर्व की तैयारी लोग महीनों पहले से करने लगते हैं। वहीं धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने का सबसे बड़ा महत्व माना गया है। इसके लिए हर सनातन धर्म को मानने वाले धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना नहीं भूलते हैं। नवादा में वैसे तो दूसरे जिलों से थोक कारोबारी झाड़ू मंगाते हैं, लेकिन यहां के एक मुस्लिम परिवार द्वारा निर्मित झाड़ू लोकप्रिय बन गया है।
नगर के भदौनी शरीफ तीन नम्बर गली में रहने वाले मो नसीम आलम पिछले 15 वर्षों से झाड़ू निर्माण कर थोक कारोबारियों के यहां बेचने का काम करते आ रहे हैं। इस कार्य में नसीम का पूरा परिवार सहित कई महिला व पुरूष कारीगर दिन-रात जुटे हैं। नसीम बताते हैं कि हमारे हाथों का बना झाड़ू कारोबारियों को सस्ते दर पर उपलब्ध हो जाता है, जिससे लोग सस्ते दर पर बेहतर झाड़ू खरीद रहे हैं। बाहर से झाड़ू मंगाने पर जो अतिरिक्त लागत लगता है, उसका यहां से खरीदने पर बचत होती है।
आर्थिक कमी के कारण नसीम नहीं बढा पा रहा कारोबार:- मो नसीम आलम ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण इस कारोबार को हम वृहद रूप से बढ़ा नहीं पा रहे हैं, वैसे तो यह लघु उद्योग के रूप में किया जा रहा है, परंतु प्रशासनिक सहयोग नहीं मिलने से कारोबार बढ़ाने में सक्षम नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां दो तरह का झाड़ू निर्माण किया जाता है, जिसमें फूल की झाड़ू और नारियल की झाड़ू शामिल है। उन्होंने बताया कि फूल झाड़ू का मेटेरियल नेपाल और सिल्लिगुड़ी से मंगाते हैं तथा नारियल झाड़ू का मेटिरियल बंगाल व ओड़िसा से मंगाते हैं।
बता दें कि मो नसीम का बना झाड़ू इन दिनों दो समुदायों के बीच गंगा-जमुनी का तहजीब पेश कर रही है। इनके हाथों का बनाया गया झाड़ू से हिन्दूओं के घरों की दरिद्रता दूर करने के लिए एक सौहार्द का मिसाल प्रस्तुत कर रहा है। धनतेरस में झाड़ू खरीदने से माता लक्ष्मी नहीं जाती हैं घर छोड़कर धनतेरस पर देवता कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन चिकित्सा के देवता धन्वंतरि की पूजा की जाती है। धनतेरस पर सोने, चांदी और बर्तन खरीदने के अलावा झाड़ू खरीदने का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का भी एक खास महत्व है। इस दिन झाड़ू खरीदने से माता लक्ष्मी घर छोड़कर नहीं जाती हैं, बल्कि दरिद्रता घर छोड़कर जाती है।
मान्यता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से पुराने कर्जों से छुटकारा मिलता है और घर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का महत्व मत्स्य पुराण के अनुसार धनतेरस के दिन जो भी वस्तु खरीदी जाती है, उसमें 13 गुणा बढ़ोत्तरी हो जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, झाड़ू को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से घर में सुख-समृद्धि और धन में वृद्धि होती है। झाड़ू घर में कुंडली जमाये दरिद्रता को दूर करती है और सकारात्मक उर्जा का संचार बढ़ाती है। कहा जाता है कि साफ-सफाई से धन की देवी लक्ष्मी आकर्षित होकर वहां वास करती है।
भईया जी की रिपोर्ट