बिहार की प्रख्यात लोक गायिका और पद्मभूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा की तबीयत अचानक काफी बिगड़ गई है और उन्हें दिल्ली एम्स के इमरजेंसी वार्ड में रखा गया गया। उनका दिल्ली एम्स में एक सप्ताह से इलाज चल रहा है। अचानक आज शनिवार को तड़के वहां उनकी तबीयत काफी सीरियस हो गई। इसके बाद उन्हें एम्स के ICU में भर्ती कराना पड़ा। शारदा सिन्हा को पिछले एक सप्ताह से खाने-पीने में काफी समस्याएं आ रही थी जिसका इलाज एम्स में किया जा रहा था। आज सुबह उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई, जिसके बाद उनको इमराजेंसी वार्ड में लाया गया। हाल ही में उनके पति का निधन हुआ था। शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने मैथिली, बज्जिका, भोजपुरी और हिंदी में गीत गाए हैं। लोक गायिका शारदा सिन्हा पद्मश्री और पद्म विभूषण से सम्मानित हैं।
आज सुबह से हालत सीरियस, डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी
जानकारी के अनुसार एम्स की तरफ से अभी उनकी हालत के बारे में कोई स्वास्थ्य बुलेटिन जारी नहीं किया गया है। डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में जुटी हुई है। बता दें कि अभी दिवाली के बाद छठ का त्योहार भी बहुत जल्द आने वाला है। इस मौके पर भारत के कोने—कोने में जहां भी बिहारी आबादी रहती है, शारदा सिन्हा के गाने काफी पसंद किए जाते हैं। छठ पर्व पर गाए उनके गीत काफी मशहूर हैं।
1980 में सिंगिंग कैरियर की शुरुआत, बॉलीवुड में भी काम
लोकगायिका शारदा सिन्हा ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत 1980 में की थी। अब तक वे 62 से ज्यादा छठ गीत, कई देवी गीत, कुछ भोले बाता के गीत और कुछ बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी गाने गा चुकी हैं। उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि गायिका शारदा सिन्हा अपने पति के निधन के बाद काफी परेशान रहने लगी थीं। वह हर दिन सोशल मीडिया पर अपने पति के लिए कुछ न कुछ लिखती रहती थीं। हाल में उन्होंने फेसबुक पर अपनी फोटो के साथ लिखा था कि—’लाल सिंदूर के बिना मांग नहीं शोभे’। इसमें उन्होंने अपने चाहने वालों से यह भी वादा किया था कि—’अपने पति की मीठी यादों के सहारे मैं संगीत के सफर को जारी रखने की कोशिश करूंगी’।
सुपौल में हुआ जन्म और बेगूसराय में हुई थी शादी
इधर बिहार की राजधानी पटना के राजेंद्र नगर स्थित शारदा सिन्हा के आवास के पास सैंकड़ो प्रशंसक पहुंचे हुए हैं। उनके बीमार होने की खबर सुनकर सभी के चेहरे मायूस हैं। लोग भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि शारदा सिन्हा जल्द स्वस्थ होकर घर लौट आएं और एक बार फिर छठ में उनकी आवाज सुनाई दे। शारदा सिन्हा का जन्म बिहार के सुपौल में 1 अक्टूबर 1952 को हुआ था और उनकी शादी बेगूसराय में हुई थी। शारदा सिन्हा ने अपने करियर की शुरुआत एक मैथिली गायिका के रूप में की थी। अपनी मधुर आवाज से उन्होंने बिहार की लोक संस्कृति को विश्व भर में प्रतिष्ठित किया। उनकी गायकी में बिहार की मिट्टी की सुगंध और भावनाओं का संचार होता है।