नवादा : दीपावली पर्व में विभिन्न तरह की मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है, जिसको लेकर मिठाई बनाने वाले दुकानदार गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखते हैं। मिलावटी खोवा व छेना से बनी मिठाईयों की जमकर बिक्री करते हैं और मोटी रकम कमाते हैं। इससे बचाव के लिए मिठाईयों की गुणवत्ता की जांच को लेकर खाद्य निरीक्षक मुकेश कश्यप ने नवादा व हिसुआ बजार के करीब आधा दर्जन से अधिक मिठाई की दुकानों में छापेमारी की। मिठाई की गुणवत्ता की संदेह के आधार पर दूषित लड्डू को नष्ट करवाया। करीब 11 प्रकार की मिठाईयों के नमूने लिये।
जानकारी के अनुसार हिसुआ हॉस्पिटल रोड स्थित बनारसी स्वीट्स में छापेमारी में डेयरी दूध पाउडर के द्वारा करीब 30 केजी खोवा नष्ट किया गया। खोदल डेयरी की दूध पैकेट पर न निर्माण तिथि, न बैंच नंबर अंकित था। मानक के अनुरूप नहीं रहने के कारण उसके नमूना संग्रह किया। हिसुआ स्थित पूजा स्वीट्स में पांच केजी दूषित लड्डू को नष्ट करते हुए दुकान में बने लड्डू, छेना का नमूना लिया गया। सीजन संदेश श्रवण तिलकुट भंडार से संदेह के आधार पर करीब 10 केजी दूषित लड्डू को जब्त कर निष्ट किया गया।
न्यू सत्यम केक पैलेस से भी विभिन्न मिठाई का नमूना संग्रह किया। फूड इंस्पेक्टर ने हिसुआ के विभिन्न दुकानों में छापेमारी करते होते नवादा शहर स्थित सद्भावना चौक स्थित कावेरी स्वीट्स, गणपति स्वीट्स सहित हॉस्पिटल रोड स्थित पूजा स्वीट्स में जांच कर काजू बर्फी, डोडा बर्फी, गोंद लड्डू सहित अन्य लड्डू नमूना संग्रह किया।
दुकानों में साफ-सफाई रखने का निर्देश
फूड इंस्पेक्टर मुकेश कश्यप ने बताया कि सभी मिठाई दुकानों से सिडुएल चार फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड रेगुलेशन 2011 की तहत साफ-सफाई का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि दीपावली को देखते हुए नवादा व हिसुआ बजार से कई मिठाई दुकान से संदेह पर नमूना संग्रह कर प्रयोगशाला में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी। गौरतलब है कि त्योहारों को देखते हुए मिठाई की खपत अधिक होती है। मिठाई की मांग पर दुकानदारों के द्वारा गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जाता है।
इसी संदेह तथा मिठाई की रख रखाव को देखते हुए समय-समय पर खाद्य निरीक्षक के द्वारा इसकी जांच की जाती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि छापेमारी केवल खानापूर्ति है। गुणवत्ता तथा मानक नहीं रखने के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाती है। जरूरत है पर्व त्योहार हीं नहीं लगातार इस तरह की कार्रवाई होनी चाहिए तब कहीं मानक के अनुरूप लोगों को मिठाई उपलब्ध हो पायेगी।
भईया जी की रिपोर्ट