नवादा : दशहरा पूजा के समापन के साथ ही जिले के वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के बाली व कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के पाण्डेयगंगौट में मनाये जाने वाले दो दिवसीय मड़ही पूजा की तैयारियां आरंभ कर दी गयी है। 19 अक्टूबर कार्तिक कृष्ण पक्ष द्वितीया से आरंभ होने वाले महंथ जी पुण्यतिथि पर हजारों श्रद्धालुओं का आगमन को देखते हुए व्यवस्थापकों द्वारा तैयारियां आरंभ कर दी गयी है।
प्रेम पंथ के पथिक हाजी हाफिज वारिस अली शाह के शिष्य महंथ पंचवदन सिंह के चाहने वाले सर्व धर्म समभाव के लोग जाति – पाती, धर्म – मजहब से उपर उठकर चादर चढ़ा मनौतियां मांगते हैं। मौके पर बच्चों का मुंडन संस्कार कराते हैं।
दो दिवसीय पूजा के प्रथम दिन चादरपोशी के साथ बच्चों का मुंडन संस्कार कराया जाता है। दूसरे दिन महंथ जी को चाय पेश करने की रस्म अदायगी के साथ प्रसाद का वितरण किया जाता है।आगंतुकों के लिए भोजन, नाश्ता व रहने के साथ मनोरंजन की भरपूर व्यवस्था के कारण लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का अहसास तक नहीं होता।
इस क्रम में वारिस की शान में कौव्वाली, महंथ जी की शान में विख्यात सूफी संत प्रेम विनोद के रचयिता पंडित श्यामलाल मिश्र रचित भजन संध्या का विशेष आयोजन लोगों को आकर्षित कर झूमने पर विवश कर देता है। लोगों को अहसास होता है जो रब है वही राम है। तभी तो औघट शाह ने कहा है:- प्रेम का सौदा मिठाई भाई, पहले लगता जैसे जहर। प्रेम सदा सतगुरु से राखो, जिसका नाम है मुरलीधर।
वैसे सनातन धर्म भी कहता है
राम नाम सबकोय कहै। ठग ठाकुर और चोर।। बिना प्रेम रिझै नहीं, तुलसी नंदकिशोर।।
बाली मड़ही के व्यवस्थापक देवाश्रय कुमार चंचल व पाण्डेयगंगौट के नारायण मोहन स्वामी के अनुसार मड़ही पूजा समिति की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर सुविधा मुहैया कराने की तैयारियां आरंभ कर दी गयी है।
भईया जी की रिपोर्ट