कुर्था,अरवल। अरवल भाकपा माले विधायक महानंद सिंह ने बदलो बिहार न्याय यात्रा की तैयारी को लेकर कुर्था डाकबंगला में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जिसमें भाकपा माले केंद्रीय टीम को स्वागत भोजन ठहराव सहित अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा की गई।
इस मौके पर इस पदयात्रा के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए अरवल भाकपा माले विधायक महानंद सिंह ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने की अनिवार्यता खत्म करने,बिजली की दर आधी करने,कृषि कार्य व गरीबों के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने,दलित गरीब – महिलाओं पर जारी हिंसा पर रोक लगाने, दस लाख से ज्यादा स्कीम वर्कर जीविका दीदी,आशा,आंगनवाड़ी,रसोइया,आदि को केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई मजदूरी दर के मानदेय गारंटी करने,सरकारी वादा के अनुसार तमाम गरीबों को 2 लाख रु,5 डीसामिल आवास भूमि,और पक्का मकान की गारंटी करने को लेकर 16 अक्तूबर को नवादा में 80 घर दलितों को जलाए जाने वाले पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद बदलो बिहार न्याय यात्रा भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव कॉ. दीपांकर भट्टाचार्य शुरू करेंगे,जिसमें कई माले विधायक व केंद्रीय टीम के नेता शामिल रहेंगे,जिसमे गया के रास्ते टेकारी, पंचानपुर,मऊ में जगह जगह जन संवाद करते हुए, 21 अक्तूबर को मानिकपुर से कुर्था पहुचेंगे,जिसमें कुर्था में शाम 4 से 5 बजे स्मार्ट मीटर एवं अन्य मुद्दा पर लोगो से जन संवाद करेंगे तथा रात्रि विश्राम कुर्था डाकबंगला में करेंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार की डबल इंजन की सरकार डबल बुलडोजर की सरकार है। राज्य की भयावह गरीबी, पलायन, बाढ़,प्रीपेड मीटर आदि समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। कुछ सड़कों, हवाई अड्डों का सब्जबाग दिखाकर बिहार के विकास का जो बखान किया जाता रहा है, वह पूरी तरह बकवास है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा अथवा बैकवर्ड एरिया ग्रांट आदि सवालों से भी सरकार ने मुंह चुरा लिया है।
दूसरी ओर हाल के दिनों में राज्य में दलित-गरीबों-महिलाओं पर संगठित हिंसा, अपराध व बलात्कार हर रोज नया रिकाॅर्ड बना रहा है। भूमि सर्वे गरीबों को उजाड़ने का अभियान बन रहा है। सबों के लिए यह आफत बना हुआ है बिहार में गरीबों को उनकी जमीनों से बेदखल करने के लिए भूमि सर्वेक्षण शुरू किया है। राज्य सरकार पीढ़ियों से अपनी जमीनों पर रहती आ रहे गरीब लोगों को निशाना बना रही है उन्होंने कहा कि हम राज्य सरकार से तत्काल इसे रोकने का आग्रह करते हैं और अगली बार जब भी सरकार इसे शुरू करने की योजना बनाती है, तब उसे गरीबों को पहले यह गारंटी देनी होगी कि यह कवायद पूरी होने के बाद उन्हें जमीनें दी जाएंगी।
जब तक इससे जुड़े तमाम मामले हल नहीं होते, इसपर रोक लगाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसी तरह पूरे बिहार में स्मार्ट मीटर एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। यह मशीन खून चुसवा मशीन है जिसे हर कोने से इसपर रोक की मांग उठ रही है कुर्था में भी इसे हटाने के लिए लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया एवं लोगों में नाराजगी है स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाना भी गरीबों से पैसे ऐंठने का सरकार का एक और प्रयास है यह पूरी तरह से अनुचित है लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है।
इन्ही सब मुद्दों को लेकर भाकपा (माले) लिबरेशन ने बिहार में राजग सरकार की कई मोर्चों पर विफलता के खिलाफ 16 से 25 अक्टूबर तक राज्यव्यापी अभियान ‘बदलो बिहार न्याय यात्रा’ शुरू करने का फैसला किया है उन्होंने कहा कि सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए 27 अक्टूबर को पटना में ‘न्याय सम्मेलन’ आयोजित करेगी। बैठक में भाकपा माले प्रखण्ड सचिव अवधेश यादव, जिला सचिव जितेंद्र यादव,जिला परिषद सदस्य महेश यादव, करपी सचिव मिथलेश यादव, राजेश्वरी यादव,अनिल कुमार, दीपक कुमार, सतेंद्र दास, कारू मांझी, गणेश यादव, संजय कुमार, बृजबिहारी यादव, विशु यादव, बालसुंदरी मिस्त्री आदि नेता उपस्थित थे।
चांदनी कुमारी की रिपोर्ट