-संकुल के बजाय मध्य विद्यालयों में कराया जा रहा मूल्यांकन
नवादा : जिले के शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है। ऐसा हम नहीं विभाग द्वारा जारी पत्र कह रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने वर्ग पहली से लेकर आठवीं तक की संपन्न हुई परीक्षा कापी का मूल्यांकन संकुल स्तर पर कराने का आदेश निर्गत किया है, लेकिन संकुल के बजाय मध्य विद्यालयों में कराया जा रहा है। मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड से जुड़ा है। यहां डीईओ का नहीं बल्कि बीईओ का आदेश चलता है।
हालात यह है कि मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को अपनी जेब से सारा खर्च वहन करना पड़ रहा है। बीईओ की मनमानी की पोल खुद डीईओ व बीईओ द्वारा अपने अपने स्तर से जारी पत्र खोल रहा है। ऐसे में अधिकारियों का मौन रहना का औचित्य समझ के बाहर है। अब सबसे बड़ा सवाल बड़ा कौन? डीईओ व बीईओ? दोनों के द्वारा जारी पत्र देखकर आप स्वयं निर्णय करने के लिए स्वतंत्र हैं। पूरे जिले में नामित संकुल विद्यालय में अर्द्धवार्षिक परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन किया जाना है। रजौली प्रखंड में संकुल में नहीं कराकर उनके अंतर्गत मध्य विद्यालय में मूल्यांकन करवाया जा रहा है।
1. संकुल – उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय नावाडीह – उ0म0वि0 नीमाटांड़ में मूल्यांकन करवाया जा रहा है।
2. संकुल – प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय, रजौली- म0वि0 रजौली में मूल्यांकन करवाया जा रहा है।
3. संकुल – उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय भगवानपुर – उ0म0वि0 करमाकला में मूल्यांकन करवाया जा रहा है।
4. संकुल – उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय चिरैला – म0वि0 चिरैला में मूल्यांकन करवाया जा रहा है।
5. संकुल – उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय धामूचक – उ0म0वि0 अम्बातरी में मूल्यांकन करवाया जा रहा है।
6. संकुल – इंटर विधालय अमावां – म0वि0 अमावां में मूल्यांकन करवाया जा रहा है।
भईया जी की रिपोर्ट