नेपाल में भारी बारिश से बिहार में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। कोसी और गंडक उफान पर हैं और पानी का स्तर तथा लगातार बढ़ते जलप्रवाह ने सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं। कोसी और गंडक के जलग्रहण वाले सभी जिलों में प्रशासन को हाईअलर्ट मोड पर कर दिया गया है। आज सुबह तक कोसी नदी का डिस्चार्ज पौने 5 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है जो
50 साल बाद इस स्तर पर पहुंचा है। कोसी बराज के सभी गेट खोल दिये गए हैं। वहीं गंडक का जलप्रवाह भी खतरे की घंटी बजाते हुए आलटाइम हाई पर पहुंच गया है। वाल्मीकि नगर बराज के भी सभी गेट खोल दिये जाने की सूचना है।
कोसी और गंडक बराज के सभी गेट खोले गए
संभावना जताई जा रही है कि कोसी का डिस्चार्ज पौने 7 लाख क्यूसेक तक जा सकता है जो भीषण बाढ़ का गंभीर संकेत है। कोसी की मुख्यधारा के गुजरने वाले जिलों में प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों ने रातभर तटबंधों पर निगरानी शुरू कर दी है। संभावित खतरे से निपटने के लिए सभी अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है और तटबंधों पर कैंप लगाए गए हैं। पानी का स्तर लगातार बढ़ने की सूचना आसपास के गांवों और इलाकों में भी दी गई है, ताकि लोगों को संभावित बाढ़ से पहले सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा सके।
खतरनाक जलप्रवाह, अलर्ट मोड में प्रशासन
जल संसाधन विभाग ने कहा है कि सीमावर्ती जिलों में कई स्थानों पर नदियां खतरे के निशान को छू रही हैं या उससे ऊपर बह रही हैं। उफनती कोसी और गंडक नदियों में बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए विभाग ने इन नदियों से सटे जिलों को सतर्क रहने को कहा है। साथ ही अभियंताओं को सतर्क रहने और तटबंधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया है।