महाराजगंज के सरस्वती विद्या मंदिर में साइबर सुरक्षा पर भैया बहनों के साथ संवाद सत्र का आयोजन
सिवान : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सूचना तकनीक क्रांति के दौर में समाज में बदलाव की गति बेहद तीव्र है। वर्तमान में इंटरनेट का उपयोग अनिवार्य है तो साइबर सुरक्षा के संदर्भ में सतर्कता भी आवश्यक है। साइबर सुरक्षा के मामले में पारिवारिक स्तर पर संवाद एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय है। बच्चे ऑनलाइन आ रही समस्याओं के बारे में अपने माता पिता और अभिभावक से अवश्य बात करें। परिवारजन भी ऐसे संवाद को बढ़ावा दिया करें। ये बातें शनिवार को महाराजगंज के सरस्वती विद्या मंदिर में भैया बहनों के साथ साइबर सुरक्षा के संदर्भ में संवाद सत्र को संबोधित करते हुए शिक्षाविद् डॉ. गणेश दत्त पाठक ने कहीं। आयोजन विद्या भारती के प्रचार-प्रसार विभाग के तत्वाधान में हुआ था। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार सह विद्या भारती के क्षेत्रीय प्रचार-प्रसार संयोजक नवीन सिंह परमार, सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य डॉक्टर कुमार विजय रंजन सहित विद्यालय के अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे। संवाद सत्र के दौरान भैया बहनों ने सवाल भी पूछे। आगत अतिथियों द्वारा उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया।संवाद सत्र का संचालन विद्यालय के प्रचार-प्रसार प्रमुख अमरेश रंजन ओझा ने किया।
बताते चलें कि शनिवार को सरस्वती विद्या मंदिर, महाराजगंज के प्रचार-प्रसार विभाग द्वारा विद्यालय के सभागार में ” साइबर सुरक्षा की जानकारी बच्चों के लिए कितनी जरूरी है” विषय पर बच्चों में साइबर सुरक्षा के संदर्भ में जागरूकता के प्रसार के लिए संवाद सत्र का आयोजन किया गया था। सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य डॉक्टर कुमार विजय रंजन ने सर्वप्रथम आगत अतिथियों का स्वागत किया। दो अलग अलग सत्रों में विद्यालय के भैया बहनों के साथ संवाद सत्र का आयोजन हुआ। विषय प्रवेश कराते हुए वरिष्ठ पत्रकार नवीन सिंह परमार ने कहा कि आज के सोशल मीडिया के दौर में सावधानी और सतर्कता बेहद आवश्यक है। ऑनलाइन गतिविधियों के संदर्भ में मामूली सी गलती भी परेशानी का सबब बन सकती है। इसलिए भैया बहन इंटरनेट का सकारात्मक उपयोग करें। अपने ज्ञान के वर्धन, कैरियर संबंधी जानकारियां इंटरनेट से प्राप्त करें लेकिन ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान सतर्कता अवश्य बरतें। आवश्यक होने पर पुलिस के साइबर सेल की मदद भी ली जा सकती है।
इसके बाद मुख्य वक्ता के तौर पर शिक्षाविद् डॉ. गणेश दत्त पाठक ने साइबर अपराध के विभिन्न आयामों जैसे साइबर ग्रूमिंग, साइबर बुलिंग आदि के बारे में भैया बहनों को विस्तार से समझाया और व्यक्तिगत स्तर पर सुरक्षा उपायों मसलन स्ट्रॉन्ग पासवर्ड, अपरिचित के फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार नहीं करने, पोस्ट को शेयर करने में सावधानी, अपने निजी जानकारियों को साझा करने में सावधानी, ऑनलाइन वित्तीय जानकारियों के संदर्भ में सावधानी आदि तथ्यों के बारे में बताते हुए साइबर सुरक्षा के रक्षोपाय के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान किया। उन्होंने विशेष बल दिया कि भैया बहन जब भी कोई ऑनलाइन स्तर पर समस्या आती है तो सबसे पहले अपने माता पिता और अभिभावक से चर्चा करें। पारिवारिक स्तर पर संवाद से साइबर सुरक्षा के संदर्भ में बहुत बड़ी पर मदद मिल सकती है।