तीन दिन के दौरे पर अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी वैसे तो लगातार वहां अपने ही देश की नीतियों पर विवादित बयान देते रहे, लेकिन अब उन्होंने एक ऐसा कारनामा विदेशी धरती पर कर डाला जिससे बवाल खड़ा हो गया है। पहले आरक्षण, फिर चीन और फिर सिखों पर विवादित बयान देने के बाद अब उन्होंने भारत विरोधी सांसद एल्हान उमर से मुलाकात की है। एल्हान उमर वही हैं जो पीओके समेत समूचे कश्मीर को पाकिस्तान का अंग बताती रही हैं। इल्हान उमर संग राहुल की मुलाकात की कुछ तस्वीरों सामने आई हैं। इल्हान खलिस्तान की भी समर्थक हैं। भाजपा ने राहुल गांधी की इस हरकत को बचकानी नहीं, बल्कि शैतानी हरकत करार दिया है।
भाजपा ने कहा-शैतानी हरकत
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता किरेन रिजिजू ने कहा कि इल्हान उमर कश्मीर और खालिस्तान को अलग देश बनाए जाने वाली मांग का समर्थन करती रही हैं। इल्हान 2022 में पीओके के दौरे पर भी गई थीं। अमेरिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक इल्हान के इस दौरे के लिए फंडिंग पाकिस्तान ने की थी। साफ है कि इल्हान का रुख भारत विरोधी है। अब ऐसे में उनसे राहुल गांधी की मुलाकात का सबब क्या हो सकता है? रिजिजू ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी राहुल गांधी की इल्हान उमर के साथ मुलाकात की तस्वीर शेयर की है। उनका कहना है कि कांग्रेस अब खुलेआम भारत के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान से उन्हें आम आते हैं और चीन से राजीव गांधी फाउंडेशन में पैसा आता है। भारत विरोधी जितने भी देश और विदेशी सांसद हैं, वे सब उनके मित्र हैं। वे चीन की हिमायत करते हैं। खालिस्तानी पन्नू जैसे आतंकी उनकी तारीफ करते हैं। ये क्या है? उनकी मंशा भारत में बांग्लादेश जैसे हालात पैदा करने की है। वहीं बीजेपी नेता और सांसद निशिकांत दुबे का कहना है कि इल्हान उमर कश्मीर और खालिस्तान को अलग देश बनाने का समर्थन करती हैं। राहुल गांधी इसी एजेंडे के तहत जार्ज सोरोस की बेटी व अन्य भारत विरोधियों से मिलकर अमेरिका में समर्थन जुटा रहे हैं।