राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख पशुपति पारस ने अब भतीजे चिराग पासवान से सुलह और पैचअप पर फुलस्टॉप लगा दिया है। पारस ने बीती रात दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब बहुत देर हो चुकी है…चिराग पासवान के साथ सुलह की अब कोई संभावना नहीं है। पारस ने एक इंटरव्यू में कहा कि जब उनके बड़े भाई रामविलास पासवान जीवित थे, तो भाइयों के बीच कोई दरार नहीं थी। लेकिन अब चिराग के दौर में जो दरार पड़ गई है, उसमें सुलह अब कभी नहीं हो सकता। अब वह स्थिति नहीं है। अब बहुत देर हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि जब पार्टियां टूटती हैं, तो वे पुन: एक हो सकती हैं। लेकिन जब दिल टूटते हैं, तो वे फिर कभी नहीं जुड़ सकते। पारस ने कहा कि परिवार एक था और लोक जनशक्ति पार्टी एकजुट थी। लेकिन यह उनका दुर्भाग्य है कि रामविलास पासवान के निधन के बाद परिवार और पार्टी दोनों अलग—अलग हो गए। उन्होंने कहा कि पार्टी में विभाजन का कारण सभी जानते हैं।
इसके बाद पारस ने अपने और अपनी पार्टी के राजनीतिक भविष्य पर कहा कि उन्होंने पटना में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से मुलाकात की थी। फिर वे दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले। दोनों मुलाकातों में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है। हम आगामी विस चुनाव में एनडीए के साथ रहेंगे और अपनी उपस्थिति को चुनावी राजनीति में साबित करेंगे।