मणिपुर में एक बार फिर हिंसा की आग फैल गई है। ताजा हिंसा का दौर तब शुरू हुआ जब मैतेई समुदाय के एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई। इसके जवाब में असम से सटे जिरीबाम जिले में चार कुकी उग्रवादियों को मार दिया गया। इसके बाद हिंसा अन्य इलाकों में फैलती गई। इस दौरान रॉकेट अटैक भी किया गया। जगह—जगह फायरिंग के कारण वहां हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। अब तक 6 लोगों के मारे जाने की खबर है। पूर्व सीएम मैरेम्बम कोइरेंग के विष्णुपुर जिले में स्थित आवास पर भी बम से हमला किया गया है।
हिंसा को रोकने के लिए असम राइफल्स, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और मणिपुर पुलिस के कमांडो की टीम को तैनात किया गया है। मणिपुर सरकार ने शनिवार को राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया और तनावपूर्ण हालात को देखते हुए सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। मणिपुर के पूर्व सीएम के घर बम हमले में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई जबकि छह अन्य घायल हो गए। बम पूर्व सीएम के आवास के परिसर में गिरा। गनीमत थी कि पूर्व सीएम या उनके परिवार को कोई सदस्य उस वक्त घर पर मौजूद नहीं था।
मणिपुर के आईजीपी ने मीडिया को ताजा हमलों में ड्रोन और लंबी दूरी के रॉकेट के इस्तेमाल की जानकारी दी है। यह भी बताया कि भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने ड्यूटी से पोस्ट पर लौट रहे असम राइफल्स के जवानों और पुलिस बल पर फायरिंग कर दी और दो कर्मियों को घायल कर दिया है। हालांकि सुरक्षा बलों ने आम लोगों की भीड़ को देखते हुए जवाबी फायरिंग नहीं की।पुलिस तलाशी अभियान चला रही है और आज सुबह भी स्नाइपर, पाइप गन आदि हथियार बरामद किए हैं। राज्य भर में हिंसा के दौरान ड्रोन अटैक रोकने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं और सेना के हेलिकॉप्टरों द्वारा निगरानी की जा रही है।