गया : पूर्व मुख्यमंत्री और हम संरक्षक केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने नेता प्रतिपक्ष बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के ‘आभार यात्रा’ को निशाने पर लेते हुए तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि चलनी दूसे सूप को, तेजस्वी यादव पहले अपने पिता के कार्यकाल को याद करें। लालू के शासन में एक अणे मार्ग में क्रिमिनल को बैठाकर पीड़ित के साथ समझौता कराया जाता था। और अब बेटा यात्रा निकाल रहे हैं, तेजस्वी की यात्रा का कोई मतलब नहीं है। नीतीश सरकार में ही सभी लोगों को न्याय मिल सकता है और राज्य विकास कर सकता है।
गया जिले के गुरारू प्रखंड के सोनडीहा गांव पहुंचे केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने समाजसेवी राजेश्वर शर्मा की स्मृति में बनाए गए तोरण द्वार का उद्घाटन किया। ग्रामीणों ने रौना से मीठापुर गांव तक सड़क निर्माण एवं बिजली की समस्या को लेकर भी केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित करवाया। मौके पर पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह, टिकारी विधायक अनिल शर्मा, महिला मोर्चा के प्रदेश मंत्री सीमा शर्मा मौजूद सहित कई लोग मौजूद रहे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा कि 2005 में और उसके पहले एक अणे मार्ग में क्रिममल और पीड़ित लोग के बीच समझौता कराने का जो काम किया जाता था उसके बारे में तेजस्वी को याद करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार के कार्यकाल पर सवाल नहीं उठाना चाहिए, नीतीश कुमार, पीड़ित को बैठाकर क्रिमिनल के साथ समझौता नहीं कराते हैं। ऐसी परिस्थिति में उनको तो शर्म आनी चाहिए और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, ये हास्यपद है। मालूम हो कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 10 सितंबर से आभार यात्रा पर निकलने वाले हैं इस दौरान वो समस्तीपुर से यात्रा शुरु कर, दरभंगा, मधुबनी का यात्रा करेंगे। तेजस्वी यादव हर जिला में दो दिन रहेंगे। तेजस्वी यादव आरक्षण और लॉ एंड ऑर्डर जैसे मुद्दे पर एनडीए सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं।