झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश रची गई थी। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि चंपई के दिल्ली दौरे के दौरान उन्हें फंसाने की कोशिश हुई। इस मामले में झरखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो दारोगा को दिल्ली में बीते दिन ताज होटल से पकड़ा गया है। दोनों से चाणक्यपुरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।
असम के मुख्यमंत्री ने बताया पूरा वाकया
हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि इन दोनों सब इंस्पेक्टरों पूछताछ में कबूला कि उन्हें संवैधानिक पद पर बैठे एक व्यक्ति ने जासूसी का टास्क सौंपा था। उन्हें चंपई सोरेन की रेकी करने की ड्यूटी में झारखंड पुलिस के आईजी प्रभात कुमार ने भेजा। हिमंता ने कहा कि बीते दिन मंगलवार की शाम चंपई सोरेन के लोगों ने इन दोनों को तब पकड़ा, जब वे उनकी तस्वीरें खींच रहे थे। इन दोनों के साथ एक महिला भी उनके कमरे में पहुंची थी। ऐसे में यह हनीट्रैप की कोशिश का भी मामला हो सकता है।
संवैधानिक पद पर बैठे शख्स ने करवाई रेकी
फिलहाल दोनों सब इंस्पेक्टर को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है जो इस मामले की जांच कर रही है। सरमा ने कहा कि यह अत्यंत आपत्तिजनक बात है कि एक मुख्यमंत्री ही अपने मंत्री के पीछे जासूस लगा दे। उन्होंने आशंका जताई कि चंपई सोरेन का फोन भी टेप करवाया गया हो। खुलासा हुआ है कि 26 अगस्त को चंपई सोरेन जब कोलकाता से फ्लाइट के जरिए दिल्ली आए तो दोनों सब-इंस्पेक्टर भी उसी फ्लाइट पर सवार थे। इसके बाद होटल ताज में भी उन्होंने उसी फ्लोर पर कमरा लिया, जिस फ्लोर पर चंपई सोरेन उनके पीएस और उनके करीबी लोग ठहरे थे।