बाढ़ : अनुमण्डल मुख्यालय के जगन्नाथन हाई स्कूल रोड में वाटर चिल्ड्रेन पार्क बाढ़ शहर के सौंदर्यीकरण का मिशाल बन गया है। आजादी के बाद से मरहूम बना अनुमण्डल का सदर बाजार से सुविख्यात “उमानाथ मंदिर-घाट” के एरिया में नगर के नागरिकों के बार-बार मांग किये जाने के बाद काफी मुश्किल से सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा इस वाटर चिल्ड्रेन पार्क का निर्माण कराया गया पर इस पार्क को बर्बाद करने तथा पार्क पर अपना वर्चस्व जमाने की नीयत से कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा घिनौना राजनीति की जा रही है।
जिसे सामाजिक विकास का कराने का कशीदा गढ़ने बाले सभी राजनैतिक दलों के नेताओं,कार्यकर्ताओं एवं सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को एकजूट होकर बाढ़ शहर के सौंदर्यीकरण में चार चांद लगाने बाले सरकारी करोड़ो की राशि से निर्मित इस वाटर चिल्ड्रेन पार्क को सुरक्षित तथा संरक्षित करने में गंभीरता से पहल करना चाहिये न कि सिर्फ मंचों पर विकास की बात करके सरकार द्वारा शहर में कराये गये विकास में घटिया राजनीति करने से वाज आना चाहिये।ये पब्लिक है,सबकुछ जानती है। इस पार्क की जमीन बिहार सरकार की है, जिसे वर्षों पूर्व में बाढ़ अंचलाधिकारी द्वारा प्रतिबर्ष पट्टे पर लगाया जाता था और इस जमीन में राजनैतिक दलों की सभायें,सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं के कार्यक्रम आदि हुआ करता था तथा इसी जमीन पर हेलीकॉप्टर आदि भी उतारा जाता था।
जगन्नाथन उच्च विद्यालय की आयोजित रजत जयंती समारोह में बाढ़ के प्रथम भारतीय निवर्तमान एसडीएम एवं निवर्तमान भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर एस०जगन्नाथन समारोह में आये थे तो उसी समय राज्य के निवर्तमान शिक्षामंत्री नीतीश्वर प्रसाद सिंह भी आये थे और उनसे स्थानीय लोगों द्वारा जगन्नाथन उच्च विद्यालय के छात्रों के खेलने तथा शहर के लोगों को सुबह-शाम टहलने के लिये इस जमीन की मांग किया गया था तथा उन्होनें इस मांग को तत्काल गंभीरता से लेते हुये निवर्तमान शिक्षामंत्री श्रीसिंह ने इस जमीन को छात्रों के खेल मैदान एवं नागरिक सुविधा के लिये घोषणा कर दी।
तबसे इस जमीन को लोग जगन्नाथन उच्च विद्यालय खेल मैदान से जानने लगे और बाढ़ अंचलाधिकारी द्वारा पट्टा लगाना बंद कर दिया गया, तबसे 2021 तक इस खेल मैदान में पूरे शहर का मल-मूत्र और कचरा गिरना शुरू हो गया और यह खेल मैदान सड़क से काफी नीचे एवं गढ्ढा रहने के कारण जगन्नाथ हाई स्कूल के इस खेल मैदान में पूरे शहर का मल-मूत्र और कचरा गिरता रहा और उसके सड़ांध दुर्गंध से आसपास के लोगों को खाना-पीना तो दूर अपने घरों में रहना भी दुश्वार हो गया,तब न तो जगन्नाथन हाई स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों तथा प्रबंध समिति को इसकी कोई फिक्र थी।विद्यालय के सभी कार्यरत शिक्षक एवं प्रबंधकारिणी कुंभकरणी नींद में खर्राटे ले रहे थे।
जगन्नाथन हाई स्कूल खेल मैदान के जमीन में ही तीनों किनारे से चौड़ी सड़क निर्माण करा दिया गया,तब जगन्नाथन हाई स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मी और प्रबंधकारिणी समिति के लोग कहां सोये थे।इतना ही नही जब पूरा बाढ़ शहर पेयजल की संकट से कराह रहा था तो इसी जगन्नाथन हाई स्कूल खेल मैदान में पीएचईडी द्वारा करीब 35 बर्ष पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सांसद कोटे से बोरिंग का निर्माण कराया गया, जिससे शहर के लोगों को पेयजल संकट से निजात मिली,जब कुछ बर्षों बाद बोरिंग फेल हो गयी तो शहर के लोगों को पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिये पुनः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पीएचईडी द्वारा इसी खेल मैदान में पुराने बोरिंग से हट कर फिर नये बोरिंग का निर्माण कराया गया, तब कहां खो गये थे जगन्नाथन हाई स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मी तथा प्रबंधकारिणी के लोग।
जगन्नाथन हाई स्कूल के खेल मैदान के पश्चिमी – उत्तरी क्षोर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य के अनुशंसा पर अनुमंडलीय पुस्तकालय का भवन का निर्माण कराया गया और इसका 08/12/2013 को उदघाटन विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ज्ञानू ने मुख्य अतिथि विधान पार्षद नीरज कुमार एवं पुस्तकालय के पदेन अध्यक्ष निवर्तमान एसडीएम डॉ०नीलेश देवरे की उपस्थिति में किया गया तथा पदेन अध्यक्ष एसडीएम के निर्देशानुसार पुस्तकालय के उत्तर-पश्चिम में शौचालय के लिये छोड़े गये जमीनअभी यूं ही पड़ा हुआ है,जिसे जबरन कुछैक लोग अपना निजी कार पार्किंग बना रखे हैं,तब कहां थे शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मी और प्रबंधकारिणी समिति के लोग।
शहर के लोगों को सुबह-शाम टहलने एवं विद्यालय के बच्चों के अलावे शहर के लोगों के मनोरंजन के लिये कोई जगह नही थी तो किन्हीं को कोई चिंता नही थी,तब स्थानीय लोगों के काफी जद्दोजेहद करने के बाद बर्षों से नरक में तब्दील जगन्नाथन हाई स्कूल खेल मैदान का 2021 में राज्य सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग के नगर परिषद बाढ़ द्वारा वित्तीय बर्ष 2020-2021में 3538858 लाख की राशि से नागरिक सुविधा योजना मद में चिल्ड्रेन पार्क का शिलान्यास निवर्तमान प्रधानाध्यापक अपनी स्वीकृति देने के साथ खुद विधिवत श्रीफल फोड़कर किया, जिसमें निवर्तमान वार्ड पार्षद की अनुशंसा पर सिर्फ वाउंड्री करा कर शिलापट्ट लगा दिया गया, तब कहां चले गये थे शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मी तथा प्रबंधकारिणी समिति के लोग।
जगन्नाथन हाई स्कूल खेल मैदान में नगर विकास एवं आवास विभाग,बिहार सरकार के नगर परिषद बाढ़ द्वारा वितीय बर्ष 2023-2024 योजना मद में जब हाउसिंग एण्ड अर्बन डेवलपमेंट कारपोरेशन लि०, नई दिल्ली के सीएसआर की अनुदान राशि से 53.52 लाख की नागरिक सुविधा के लिये निर्मित पार्क को हुडको के स्वतंत्र निदेशक डॉ०सियाराम सिंह द्वारा स्थानीय विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ज्ञानू की उपस्थिति में उदघाटन किया गया तो उस समय कहां पलायन कर गये थे विद्यालय के शिक्षकेत्तरकर्मी एवं प्रबंधकारिणी समिति।
सच्चाई है कि पार्क के रख-रखाव, पार्क में लगे फल-फूल के पौधे की देखरेख करने एवं पार्क को सुरक्षित-संरक्षित रखने आदि मेंटनेंस के लिये नगर परिषद द्वारा नावालिग छोटे बच्चों और जगन्नाथन उच्च विद्यालय के छात्रों को निः शुल्क तथा अन्य बाहरी वयस्क बच्चों के लिये न्यूनतम 5 एवं बड़ों के लिये मात्र 10 रुपये ही शुल्क निर्धारित की गई,जिससे कि वाटर चिल्ड्रेन पार्क में कार्यरत कर्मियों को मजदूरी दिया जा सके और पार्क की हर तरह की मेंटनेंस कर सदा इस पार्क को सुसज्जित,सुरक्षित एवं संरक्षित रखा जा सके।क्योंकि इस पार्क के देखरेख एवं उचित रख-रखाव के लिये राज्य सरकार द्वारा कोई वेतनभोगी सरकारीकर्मी की स्थायी नियुक्ति नही की गई है और न तो इस पार्क की सरकारी सुरक्षा का कोई पुख्ता इंतजाम किया गया है।
जगन्नाथन हाई स्कूल के खेल मैदान होने का मनगढ़ंत बहाना बना कर कतिपय असमाजिक एवं गुंडा तत्व के लोग वाटर चिल्ड्रेन पार्क पर अपना वर्चस्व जमाने तथा पार्क को बर्बाद करने पर तुले हैं और ऐसे विरोध करने बाले असामाजिक एवं गुंडा तत्वों से शहर के एकमात्र वाटर चिल्ड्रेन पार्क को बचा कर इसे सुरक्षित एवं संरक्षित करने का काम सुशासन की सरकार में निष्पक्ष एवं पारदर्शी जिला प्रशासन तथा अनुमण्डल के प्रबुध्द कुशल और विकास के पक्षधर राजनेताओं एवं स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं को करना उनकी नैतिक दायित्व है।
राज्य सरकार के जमीन को कथित रूप से नामकरण किये गये जगन्नाथन हाई स्कूल खेल मैदान पर बर्षों बाद आमलोगों के लिये सरकार द्वारा बनाये गये वाटर चिल्ड्रेन पार्क की जमीन की पहले सरकारी अमीन से मापी कराने के साथ सीमांकन कराया जाना निहायत ही जरूरी है फिर यह जमीन नगर विकास एवं आवास विभाग के नगर परिषद बाढ़ के क्षेत्राधिकार में है तथा नगर परिषद द्वारा सैरात निर्धारित मापदंडों के साथ ही निर्धारित शुल्क लेने के शर्त पर ही किया गया है और इस पार्क में कोई अवैध वसूली नही की जा रही है।सर्वविदित है कि इस पार्क की जमीन पर 2021के बर्षों पूर्व से पूरे शहर का मल-मूत्र और कचरा गिरते रहने के कारण आसपास के लोगों को लोगों के अपने घरों में रहना दुश्वार हो गया था और लोगों के स्वास्थ्य पर भी बूरा असर पड़ने लगा था।
अगर जगन्नाथन हाई स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मी तथा प्रबंधकारिणी समिति को इतना चिंता थी तो 2021के पहले इस खेल मैदान में मल-मूत्र और मालवा गिरने टनचिंग ग्राउंड बना कर क्यों रखे हुये थे और इस खेल मैदान की सरकारी मापी करबा कर आकर्षक मनोरंजन केंद्र क्यों नही बनबा पाये।जब शहर के लोगों द्वारा इस मैदान को सौंदर्यीकरण कराने की मांग बार-बार किये जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुशासन की सरकार विकास कराये जाने का सपना साकार करने के लिये राज्य सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग एवं हुडको द्वारा इस खेल मैदान में बच्चों के झूला,शहर के लोगों के लिये व्ययाम उपकरणों को लगाने के साथ सौंदर्यीकरण करके बच्चों तथा आमजनों के मनोरंजन के साथ शहर का एक आकर्षक मनोरंजन केंद्र बना दिया गया, जिससे अब पार्क के आसपास घनी आबादी बाले क्षेत्र के लोगों को दुर्गंध और गंदगी से काफी राहत मिली है और अब इस पार्क में शहर के लोग न्यूनतम शुल्क में भी अपने स्वास्थ्य को स्वस्थ्य रखने के लिये सुबह-शाम टहलने आते हैं तथा इसमें काफी बच्चें भी मनोरंजन का आनंद उठाते हैं।सच्चाई है कि इस पार्क के बनने से पूरे शहर के लोग खुश होकर एनडीए सरकार की सराहना कर रहे हैं।
वहीं, इस पार्क के आकर्षक बन जाने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ज्ञानू, हुडको के स्वतंत्र निदेशक डॉ० सियाराम सिंह, नगर परिषद अध्यक्ष संजय कुमार उर्फ गाय माता, उपाध्यक्ष लीला देवी सहित वार्ड पार्षदों तथा अनुमण्डल प्रशासन की सराहना आमलोगों में सर्वत्र की जा रही है और इसी कारण इस पार्क को लेकर कतिपय लोग जबरन विवाद खड़ा कर रहे हैं।
दर्जनों लोगों ने बताया कि इस पार्क को लेकर विवाद खड़ा होने का एक मुख्य कारण है कि जगन्नाथन हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक बर्षों से इसी विद्यालय में पदस्थापित रहकर सिर्फ घटिया राजनीति करते हैं और तत्काल इनकी तवादला कर इस विद्यालय में योग्य एवं कर्मठ प्रधानाध्यापक की पदस्थापना किया जाना निहायत ही जरूरी है।पार्क को लेकर विवाद करने का कोई मतलब ही नही है।जगन्नाथन हाई स्कूल का पार्क होने का बहाना बना कर वेबजह विवाद खड़ा करना बेबुनियाद और निराधार है तथा एनडीए सरकार द्वारा किये गये शहर सौंदर्यीकरण के विकास को चुनौती दिया जाना है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट