केंद्र की मोदी सरकार ने आज गुरुवार को संसद में वक्फ बोर्ड एक्ट में संशोधन का बिल पेश कर दिया। इसके साथ ही यह भी साफ हो गया कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का इस वक्फ एक्ट संशोधन विधेयक पर क्या स्टैंड है। बिहार में मुस्लिम बिरादरी का एक बड़ा वर्ग सीएम नीतीश कुमार को सपोर्ट करता है। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार को समर्थन दे रही नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का स्टैंड अहम हो जाता है। बिल पर सदन में जारी चर्चा में भाग लेते हुए केंद्रीय मंत्री और जदयू के सांसद ललन सिंह ने इस बिल का खुला समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड बिल कहां से मुस्लिम विरोधी है?
नीतीश कुमार की पार्टी मोदी सरकार के साथ
सदन में जदयू का स्टैंड साफ करते हुए ललन सिंह ने कहा कि इस बिल को पारदर्शिता के लिए ही तो लाया जा रहा है। कांग्रेसी सदस्यों की तरफ से बिल पर व्यक्त की गई दलीलों और आशंकाओं को पूरी तरह खारिज करते हुए ललन ने उनको बुरी तरह फटकारा। ललन सिंह ने कहा कि कई माननीय सदस्यों की बात सुनने से ऐसा लग रहा है जैसे यह जो संशोधन लाया गया है वह मुसलमान विरोधी है। केसी वेणुगोपाल अल्पसंख्यकों की बात कर रहे हैं। वे बताएं कि इस देश में हजारों सिखों को मारने का काम किसने किया।
ललन सिंह ने कहा कि सब जानते हैं कि ऐसे काम करने का कांग्रेस का इतिहास रहा है। सड़कों पर घूम-घूमकर सिखों की हत्या की गई थी। इस बिल को लेकर विपक्ष गलत तर्क दे रहा है। विपक्ष के लोग मंदिर और गुरुद्वारे का उदाहरण दे रहे हैं। जबकि वक्फ एक संस्था है। यह कोई धार्मिक स्थल नहीं है। इस बिल के जरिए पारदर्शिता आएगी इसलिए हमारी पार्टी वक्फ बोर्ड एक्ट में संशोधन का पूरी तरह समर्थन करती है।