पटना : सुप्रीम कोर्ट के फैसले कोटे में कोटा और क्रीमी लेयर बनाए जाने पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि हम शीर्ष अदालत से पुनर्विचार करना चाहिए। आज भी दलित समाज के संपन्न लोगों के साथ छुआछूत के आधार पर भेदभाव हो रहा है। उन्हें मंदिर में नहीं जाने दिया जाता है, अगर चले भी जाते हैं तो मंदिर को गंगा जल से धोया जाता है। दलितों को घोड़ी तक चढाने नहीं दिया जाता है। हमलोग इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे।
दरअसल, पिछले दिन सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि एससी एसटी आरक्षण में सब कैटगरी बनाया जा सकता है, राज्य सरकार के पास यह अधिकार होगा। इसी को लेकर अब केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि एससी की जहां तक बात है उसमें ऐसी जातियां हैं, जिसका आधार छुआछूत है। इसलिए इसमें आरक्षण के अंदर आरक्षण का कोटा लाने या क्रीमी लेयर का प्रावधान नहीं हो सकता है। चिराग ने कहा कि मंदिर से लेकर कई तथाकथित प्रतिष्ठित स्थानों पर संपन्न दलितों के साथ छुआछूत और भेदभाव किया जा रहा है। जाने के बाद मंदिर तुरंत उसको गंगा जल से धोया जा रहा है।