नवादा : स्कूल में बच्चों के लिए आवंटित किताबें और एमडीएम का खाद्यान्न बेचने के मामले में हेडमास्टर साहब फंस गए । उन्हें निलंबित कर दिया गया है। मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित मेसकौर प्रखंड के बारत पंचायत अंतर्गत आदर्श राजकीयकृत मध्य विद्यालय बैजनाथपुर के प्रधानाचार्य मनोज कुमार से जुड़ा है। पाठ्यपुस्तक एवं मध्याह्न भोजन का खाद्य सामाग्री अवैध रूप से बेचे जाने के आरोप में शनिवार को उन्हें निलंबित किया गया है।
बता दें कि गुरुवार 25 जुलाई को प्रधानाचार्य मनोज कुमार विद्यालय के करीब 5 बोरा पाठ्यपुस्तक एवं मध्याह्न भोजन का खाद्य सामग्री अवैध रूप से बेचते हुए ग्रामीणों द्वारा रंगे हाथ पकड़े गए थे। तब ग्रामीणों ने इसकी सूचना दूरभाष पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नौशाद अहमद एवं पत्रकारों को दी थी।
सूचना मिलते ही बीईओ नौशाद अहमद एवं पत्रकार विद्यालय पहुंचे थे। जांच के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्रांक 383 दिनांक 24/07/2024 के द्वारा प्रधानाचार्य मनोज कुमार द्वारा विद्यालय में रखे पाठ्य पुस्तक एवं मध्याह्न भोजन के खाद्य सामग्री को अवैध रूप से रिक्शे पर विद्यालय से बाहर बेचने के लिए ले जाने और इस दौरान ग्रामीणो के द्वारा पकड़े जाने की बात स्वीकार किया जाना प्रतिवेदित किया था।
रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया सरकारी सम्पत्ति की चोरी/विभागीय कार्यो के प्रति लापरवाही बरतने एवं अनुशासनहीनता/कर्तव्यहीनता के आरोप में बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2005 (समय-समय पर यथा संशोधित) के निहित प्रावधानान्तर्गत प्रधानाचार्य मनोज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही के अधीन किया गया है। निलंबित अवधि में मनोज कुमार का मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी काशीचक कार्यालय में मुख्यालय निर्धारित किया गया है। विभागीय कार्यवाही का संचालन हेतु जिला कार्यक्रम पदाधिकारी,मध्याह्न भोजन नवादा को नामित किया गया है। साथ ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मेसकौर को उपस्थापन पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।
संचालन संबंधित पदाधिकारी को आरोप पत्र (प्रपत्र क) में वर्णित आरोपो की जांच कर 45 दिनो के अंदर जांच प्रतिवेदन अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने का आदेश निर्गत किया गया है। इस संबंध में आरोप पत्र अलग से गठित किया जा रहा है। बता दें कि पूर्व में भी प्रधानाचार्य मनोज कुमार राष्ट्रीय पर्व के मौके पर विद्यालय में भोजपुरी के अश्लील गाना बजवाने के आरोप में निलंबित हो चुके थे। प्रधानाचार्य के आये दिन कारगुजारी से अभिभावकों में काफी रोष था। इस संबंध में आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि अगर दुबारा प्रधानाचार्य को विद्यालय में भेजा गया तो विद्यालय में ताला लगा दिया जाएगा।
भईया जी की रिपोर्ट