नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के अमांवा इंटर विद्यालय में बड़े घोटाले की आशंका है। ऐसा आरटीआई के तहत बिन्दा प्रसाद निराला द्वारा मांगी गयी सूचना के तहत उपलब्ध कराये गये दस्तावेज से प्रमाणित हो रहा है। अब सबसे बड़ा सवाल क्या इसकी जांच होगी? दोषी से राशि की वसूली की जा सकेगी?
प्रधानाध्यापक इंटर विद्यालय अमांवा द्वारा उपलब्ध कराए गए सूचना से प्रतीत होता है कि पूर्व प्रधानाध्यापक सुनील कुमार के द्वारा करोड़ों रुपयू का घोटाला किया गया है। सूचना के अधिकार के तहत निराला द्वारा दिनांक 15/ 5/ 2024 को वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2017-18 तक प्रबंध क कारनी समिति की छाया प्रति, छात्र कोष एवं विकास कोष में जमा एवं खर्च से संबंधित सूचना वित्तीय वर्ष 2011 12 से 2017 18 तक की मांग की थी।
सूचना उपलब्ध नहीं करने पर दिनांक 17 जून 2024 को जिला शिक्षा पदाधिकारी जिला के पास प्रथम अपील दायर किया गया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रथम अपील पर सुनवाई करते हुए सूचना उपलब्ध कराने का आदेश दिनांक 12 जुलाई 2024 को प्रधानाध्यापक इंटर विद्यालय अमाऊ को दिया था। इंटर विद्यालय अमांवा द्वारा जो सूचना उपलब्ध कराया गया वह करोड़ों रुपया का बैंक स्टेटमेंट की छाया प्रति एवं 2017-18 का प्रबंध कारनी समिति बैठक की छाया प्रति।
प्रधानाध्यापक द्वारा कहा गया की पूर्व प्रधानाध्यापक सुनील कुमार द्वारा करोड़ों रुपया खर्च से संबंधित कोई हिसाब नहीं मिला है और 2017-18 के पहले का प्रबंध कारनी समिति पंजी मुझे प्रभार में नहीं मिला है। इससे साफ प्रतीत होता है कि बैंक स्टेटमेंट के अनुसार राशि आई और खर्च भी हुई लेकिन खर्च का कोई विवरण प्रभार में इन्हें नहीं मिला और ना तो प्रबंध कारनी समिति की बैठक पंजी मिला जिसके आधार पर राशि खर्च किया जाता है। पूर्व प्रधानाध्यापक सुनील कुमार के द्वारा करोड़ों रुपया राशि का गवन किया गया है जिसे छिपाने के लिए विद्यालय के रिकॉर्ड को गायब कर दिया गया है जिसकी जांच की आवश्यकता है।
भईया जी की रिपोर्ट