उत्तर प्रदेश में दो दिन बाद शुरू हो रहे कांवड़ यात्रा को लेकर सीएम योगी ने एक ऐसा सख्त आदेश दिया है जिससे पक्ष—विपक्ष के सभी सियासी दल खौल उठे हैं। यहां तक कि केंद्र की मोदी सरकार में शामिल जदयू और आएलडी भी गरम है। लेकिन ताज्जुब यह कि मुस्लिम संगठनों ने उनके इस आदेश की प्रशंसा कर दी है। मुख्यमंत्री योगी ने पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों पर ‘नेमप्लेट’ लगाने का आदेश दिया है। कहा गया है कि हर हाल में दुकानों पर संचालक मालिक का नाम लिखा होना चाहिए। इसके साथ ही उसे अपनी पहचान के बारे में भी बताना होगा।
कांवड़ रूट की दुकानों पर लगाएं नेमप्लेट, जदयू भड़की
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से ये फैसला कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए लिया गया है। इसके अलावा कांवड़ यात्रा वाले रूट पर हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई की बात कही गई है। यूपी सीएम के इस आदेश के बाद देश की सभी राजनीतिक पार्टियां गरम हैं। जहां विपक्ष ने इस फ़ैसले को सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया वहीं केंद्र की मोदी सरकार की सहयोगी जदयू और जयंत चौधरी की आरएलडी भी इसके विरोध में उतर आई है। जदयू नेता केसी त्यागी ने तो यहां तक कह दिया कि यूपी सरकार को तुरंत इस आदेश को वापस ले लेना चाहिए क्योंकि इससे तनाव पैदा होगा।
मुस्लिम संगठन ने किया सीएम योगी का समर्थन
लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इस्लामिक संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के इस फैसले का खुलकर समर्थन किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा है कि कांवड़ यात्रा के मार्ग पर ढाबा संचालकों, फल विक्रेताओं और अन्य स्टॉल मालिकों के लिए सहारनपुर पुलिस ने जो एडवाइजरी जारी कि है उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। यूपी सीएम योगी का यह आदेश और इस बारे में पुलिस की एडवाइजरी कानून व्यवस्था के लिए है। यह एक धार्मिक यात्रा है और पुलिस ने यह व्यवस्था इसलिए लागू की है ताकि इसमें हिंदू-मुस्लिम विवाद न हो।