पुरी,उड़ीसा – वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुकूल उड़ीसा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का शुभारंभ विधि विधान पूर्व के किया गया अलग-अलग तीन में रथो पर सावर सावर भगवान जगन्नाथ उनके बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा गुंडिचा मंदिर पहुंचे यहां कुछ दिनों के लिए विश्राम करेंगे रथ यात्रा का आयोजन लगातार 10 दिनों तक चलता रहेगा। रथ यात्रा में देश के कोने-कोने से भक्तों ने भाग लिया वही विदेश से भी लोग आकर रथ यात्रा में शामिल हुए मालूम हो की आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को विशाल रथ यात्रा निकाली जाती है और असर माह के शुक्ल पक्ष दसवीं तिथि पर रथ यात्रा का समापन होता है।
रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा एक साथ शामिल होकर गुंडिचा मंदिर की ओर प्रस्थान करते हैं जिसमें लाखो लोग शामिल होकर अपने परिजन और देश के लोगों की कुशल कामना के लिए प्रार्थना करते हैं रथ यात्रा में शामिल भक्तों के भीड़भाड़ के दौरान उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिए कई स्वयंसेवी संगठन बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अलावे स्थानीय स्वयंसेवी संस्था के लोगों ने बखूबी से अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन किया रथ यात्रा के दौरान तेज धूप और गर्मी के कारण कई लोग मूर्छित भी हुए जिसे स्वयंसेवी संस्था के लोगों ने तत्परता पूर्वक स्थानीय चिकित्सक से इलाज करवाया हालांकि यह दौर देर शाम तक चलता रहा।
हालांकि, रथ यात्रा का शुभारंभ निर्धारित समय शाम 5:00 बजे किया गया फिर भी तेज धूप और गर्मी पर आस्था भरी पड़ी भक्तों की उमडी खचाखच भीड़ के कारण लोगों को इधर से उधर आने जाने में मशक्कत करना पड़ रहा था स्थानीय प्रशासन काफी मुस्तैद रही और भीड पर नियंत्रण रखने के लिए मुख मंदिर स्थल जहां से रथ यात्रा प्रारंभ की जाती है उसके इर्द गिर्द सभी रास्तों को बंद कर दिया गया था।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट