पटना : बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने शनिवार को विधानसभा की 23 कमेटियों की नये सिरे से घोषणा करते हुए विपक्ष के सभी दलों को अहम ज़िम्मेदारी दी गई है। पूर्व मंत्री, राजद नेता और लालू के लाल तेजप्रताप यादव को भी कमेटी में अहम ज़िम्मेदारी देते हुए नयी कमेटी में गैर सरकारी संकल्प संबंधी कमेटी का सभापति बनाया गया है। इसके साथ ही RJD के वरिष्ठ नेता भाई वीरेंद्र को भी लोक लेखा समिति का सभापति बनाया गया।
इसके साथ ही बता दें कि भाजपा के पाले में सात और जदयू को सभापति के पांच पद मिले। जिसमें, विधानसभा में नियम विशेषाधिकार एवं सामान्य प्रयोजन समिति का सभापति खुद विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव होंगे। पूर्व सीएम एवं भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद को प्राक्कलन कमेटी का सभापति बनाया गया है। सरकारी उपक्रम संबंधी समिति के सभापति हरिनारायण सिंह होंगे।
पुस्तकालय समिति के समिति रामवृक्ष सदा, आवास समिति के सभापति अशोक कुमार चौधरी, याचिका समिति के सभापति अशोक कुमार सिंह, कांग्रेस के अजीत शर्मा को प्रत्यायुक्त कमेटी का सभापति बनाया गया है। राजकीय आश्वासन समिति के सभापति पूर्व मंत्री दामोदर रावत बनाये गये, वहीं प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति के सभापति अमरेंद्र कुमार पांडेय, जिला परिषद एवं पंचायती राज समिति के सभापति निरंजन कुमार मेहता, एससी-एसटी कल्याण समिति के सभापति डाॅ रामप्रीत पासवान, निवेदन समिति के सभापति अवधेश सिंह, महिला एवं बाल विकास समिति की सभापति गायत्री देवी बनायी गयी हैं।
आचार समिति के सभापति पूर्व मंत्री रामनारायण मंडल बनाये गये हैं। पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति के सभापति डाॅ सुनील कुमार, आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति के सभापति मो निहालउद्दीन, अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सभापति शकील अहमद खान,कृषि उद्योग विकास समिति के सभापति सूर्यकांत पासवान, पर्यटन उद्योग समिति के सभापति माले के सत्यदेव राम को बनाया गया है। शून्यकाल समिति के सभापति भारत भूषण मंडल व बिहार विरासत विकास समिति के सभापति केदार नाथ सिंह बनाये गये हैं। नयी कमेटियों में विपक्ष को 10 सभापति के पद मिले। इनमें राजद को छह, कांग्रेस को दो और सीपीआइ तथा माले को एक-एक सभापति की कुर्सी मिली है।