दिल्ली में आज शनिवार को जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है। चर्चा है कि इसमें नीतीश कुमार बड़ा फैसला लेने वाले हैं। इधर बिहार में नीतीश के बेटे निशांत के राजनीति में इंट्री को लेकर सांसद लवनी आनंद के दिये बयान से मचे बवाल के बीच एक और नाम की काफी सुर्खिर्यों में है, जिसे नीतीश जदयू की गद्दी यानी अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बना सकते हैं। इस शख्स का नाम मनीष वर्मा है जो कि ओडिसा काडर का एक पूर्व आईएएस है।
कौन है यह पूर्व IAS अफसर मनीष वर्मा
पार्टी सूत्रों ने बताया कि नीतीश अपने करीबी और ओडिसा कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा को जदयू की गद्दी दे सकते हैं। चर्चा है यह भी है कि मनीष वर्मा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा नीतीश करेंगे। मनीष वर्मा नालंदा के हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी हैं। मनीष वर्मा प्रतिनियुक्ति पर बिहार आए थे। इन्हें पूर्णिया और पटना का जिलाधिकारी बनाया गया था। जब मनीष वर्मा को प्रतिनियुक्ति अवधि बीतने के बाद वापस ओडिसा जाने की नौबत आई तो उन्होंने वीआरएस ले लिया। फिलहाल मनीष वर्मा नीतीश कुमार के अतिरिक्त परामर्शी हैं और आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्य भी हैं।
दिल्ली में जदयू कार्यकारिणी की बैठक शुरू
जानकारी के अनुसार दिल्ली में जदयू कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो गई है। इसमें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार सहित पार्टी के तमान बड़े नेताओं और सांसदों का जुटान हो गया है। इस बैठक में—’जदयू का कर्ताधर्ता कौन होगा?’, इसपर नीतीश निर्णय लेंगे। सीएम नीतीश करीब 75 साल के हो चुके हैं। गिरते स्वास्थ्य को लेकर चिंता है कि नीतीश कुमार के बाद जदयू का कर्ताधर्ता कौन होगा? एक समय उन्होंने आरसीपी सिंह को पूरी कमान दे रखी थी। लेकिन वे पार्टी से बाहर हो चुके हैं। इसके बाद नीतीश कुमार प्रशांत किशोर को भी आजमा चुके हैं। अब जदयू कार्यकारिणी की बैठक में इसपर बड़ा निर्णय हो सकता है।